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देश को तानाशाही से बचाने के लिए मैं, अपनी पूरी ताकत से लड़ूंगा: केजरीवाल

देश को तानाशाही से बचाने के लिए मैं, अपनी पूरी ताकत से लड़ूंगा: केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 50 दिन बाद शुक्रवार (10 मई) की शाम 6:55 बजे जेल से बाहर आए। 21 मार्च को गिरफ्तारी के बाद से पहले वे 10 दिन ED की हिरासत में थे। 1 अप्रैल को कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था। यानी 39 दिन उन्होंने तिहाड़ में बिताए।

जेल से बाहर आते ही केजरीवाल को समर्थकों ने फूल-माला से ढक दिया। उन्हें खुली जीप में बैठाया गया। जेल से CM हाउस जाने से पहले केजरीवाल ने AAP कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भारत माता की जय के नारे लगाए। उन्होंने कहा- मैंने कहा था कि मैं जल्दी आऊंगा, आ गया।

जेल से बाहर आने के बाद शनिवार को पहली बार सियासी जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने केंद्र और बीजेपी सरकार हमला बोला। उन्होंने लोगों से कहा, “आप सब लोगों के बीच वापस लौट कर मुझे बेहद खुशी हो रही है। हमें मिलकर अपने देश को तानाशाही से बचाना है। मैं, अपनी पूरी ताकत से लड़ूंगा। मुझे देश के 140 करोड़ लोगों का समर्थन चाहिए।

प्रधानमंत्री कहते हैं, ‘मैं, भ्रष्टाचार से लड़ रहा हूं। इन्होंने देश के सबसे बड़े चोर, उचक्के, भ्रष्ट लोगों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। मैं, उनसे कहना चाहता हूं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़नी है तो आप मुझसे सीखो। पीएम नरेंद्र मोदी ने अब एक नये मिशन की शुरुआत की है। उनका मिशन है, ‘वन नेशन वन लीडर’ एक तय रणीनति के तहत पीएम मोदी इस मिशन को चला रहे हैं। बीजेपी के जितने विरोधी नेता हैं, उन्हें इस रणनीति के तहत निपटा देना चाहते हैं।

केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 1 जून तक के लिए अंतरिम बेल दी है। कोर्ट ने केजरीवाल को दो जून को आत्मसमर्पण करने को कहा है। केजरीवाल की जेल से रिहाई भले ही अस्थायी हो, लेकिन इससे दिल्ली में ‘आप’ के लोकसभा प्रचार अभियान को मजबूती मिलने की उम्मीद है, जहां 25 मई को मतदान होना है। कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत आप दिल्ली की कुल सात लोकसभा सीट में से चार पर चुनाव लड़ रही है।

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