मैं कांग्रेस की स्थायी अध्यक्ष हूँ, मुझसे मीडिया के ज़रिए बात करने की जरूरत नहीं है: सोनिया गाँधी
कांग्रेस पार्टी में चल रहे गतिरोध के बीच आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जी-23 नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि मैं पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हूं और मुझे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है.
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने पेट्रोल-डीजल औऱ गैस की बढ़ती कीमतों, कृषि कानूनों और लखीमपुर खीरी कांड और देश की गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार पर करारा हमला बोलते हुए कहा मोदी सरकार की नीति सिर्फ बेचो-बेचो और बेचो की है.
ग़ौर तलब है कि सोनिया गांधी ने पार्टी के भीतर आलोचकों खासकर ‘जी -23’ की ओर इशारा करते हुए “पूर्णकालिक और सक्रिय कांग्रेस अध्यक्ष” के रूप में अपनी स्थिति को रेखांकित किया. जी-23 के नेता लंबे समय से संगठन में व्यापक बदलाव और प्रभावी नेतृत्व के लिए चुनाव की वकालत कर रहे हैं.
सोनिया गाँधी ने इस जोर देते हुए कहा कि ‘‘अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं पूर्णकालिक और सक्रिय अध्यक्ष हूं…” साथ ही उन्होंने G 23 नेताओं को नसीहत देते हुए कहा, ‘‘मैंने सदा स्पष्टवादिता की सराहना की है. मुझसे मीडिया के जरिये बात करने की जरूरत नहीं है. इसलिए हम सभी यहां खुली और ईमानदारी के साथ चर्चा करते हैं, लेकिन इस चारदीवारी से बाहर जो बात जाए वो सीडब्ल्यूसी का सामूहिक फैसला होना चाहिए.”
उन्होंने कहा कि आज के समय में कांग्रेस को फिर से मजबूत करने के लिए आत्मसंयम और अनुशासन की जरूरत है. आज पूरा संगठन कांग्रेस को दोबारा खड़ा करना चाहता है, लेकिन इसके लिए एकता और पार्टी के हितों को सर्वोपरि रखने की जरूरत है. इन सबसे बढ़कर आत्म-नियंत्रण और अनुशासन की आवश्यकता है.
सोनिया गाँधी ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी की जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ही इसे टालना पड़ा था लेकिन अब जल्द ही इसकी रूपरेखा पेश की जाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने कुछ राज्यों में आने वाले विधानसभा चुनावों के बारे में बात करते हुए कहा कि ‘‘हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे. सोनिया गांधी ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं.