गृहमंत्री अमित शाह ने, नक्सलियों से हथियार डालने की अपील की
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को छत्तीसगढ़ राज्य के बिस्तर जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में एक अहम बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि 2026 तक बिस्तर ओलंपिक्स के माध्यम से नक्सलवाद का समापन हो जाएगा और यह क्षेत्र शांति, सुरक्षा और विकास का नया केंद्र बनेगा। उन्होंने नक्सलियों से अपील की कि वे हिंसा छोड़कर राज्य की विकास प्रक्रिया में भागीदार बनें। शाह ने कहा कि बिस्तर ओलंपिक्स नक्सलवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोंकने का काम करेगा, और यह क्षेत्र पूरी तरह से बदलाव के दौर में प्रवेश करेगा।
2026 तक नक्सलवाद का अंत
अमित शाह ने नक्सलवाद के खिलाफ मोदी सरकार की नीति को सफल बताते हुए कहा कि उन्होंने पिछले दस वर्षों में इस समस्या को दो मोर्चों पर हल करने का प्रयास किया है – एक सुरक्षा और दूसरा विकास। उन्होंने यह विश्वास जताया कि मार्च 2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा। शाह ने कहा, “बिस्तर ओलंपिक्स के दौरान हम यह कहेंगे कि बिस्तर का परिदृश्य बदल चुका है। नक्सलवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में यह आयोजन निर्णायक साबित होगा।”
हथियार डालने की अपील
अमित शाह ने नक्सलियों से अपील की कि वे हिंसा छोड़कर शांति और विकास की राह पर चलें। उन्होंने कहा, “जो लोग गलत रास्ते पर चल पड़े हैं, वे अब हथियार डाल दें और विकास की प्रक्रिया में शामिल हों। यदि वे हिंसा का सहारा लेते हैं, तो हमारे सैनिक उनसे निपटने के लिए तैयार हैं।” उन्होंने नक्सलियों के समर्पण के लिए कई राज्यों की समर्पण नीति की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ की समर्पण नीति देश की सबसे सफल नीति साबित होगी।
समाज और विकास में योगदान
अमित शाह ने यह भी कहा कि नक्सलवाद के अंत के बाद बिस्तर क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। यह क्षेत्र अब शांति और समृद्धि का प्रतीक बनेगा, जिससे राज्य और केंद्र सरकार की विकास योजनाओं को तेजी से लागू किया जा सकेगा। उन्होंने यह उम्मीद जताई कि कमिशनरी क्षेत्रों से अधिक लोग अब बिस्तर में पर्यटन के लिए आएंगे। इसके अलावा, शाह ने यह भी कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में कई योजनाओं को लागू किया जाएगा, जिनमें विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार शामिल होगा।