Site icon ISCPress

वायु प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर जन-प्रदर्शन में भारी तनाव

वायु प्रदूषण के खिलाफ इंडिया गेट पर जन-प्रदर्शन में भारी तनाव

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जहरीली हवा के खिलाफ रविवार शाम इंडिया गेट पर हुआ प्रदर्शन अचानक हिंसक और अफरातफरी में बदल गया, जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों पर मिर्च स्प्रे कर दिया, जबकि पुलिस उन्हें वहाँ से हटाने की कोशिश कर रही थी। इस दौरान लोगों के एक समूह ने माधवी हिड़मा के समर्थन में नारे भी लगाए। माधवी हिड़मा एक वरिष्ठ माओवादी नेता थे, जो इस महीने की शुरुआत में आंध्र प्रदेश में एक मुठभेड़ में मारे गए थे।

पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारी लगभग एक घंटे तक इंडिया गेट की सड़क पर बिना अनुमति बैठे रहे, नारे लगाते और पोस्टर लहराते हुए। जब पुलिस ने हस्तक्षेप कर उन्हें हटने को कहा तो भीड़ कथित रूप से उग्र हो गई, बैरिकेड तोड़ दिए और मिर्च स्प्रे किया, जिससे तीन से चार पुलिसकर्मी घायल हो गए और पूरा इलाका अफरातफरी में बदल गया। घायलों को इलाज के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया।

पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों के पास हाल ही में मारे गए नक्सल कमांडर माधवी हिड़मा के पोस्टर थे। इस घटना के संबंध में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। प्रदर्शनकारियों का मूल उद्देश्य दिल्ली की जहरीली हवा और अत्यंत खराब AQI के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करना था। पुलिस ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देकर क्षेत्र खाली करने को कहा, जिसके अनुसार दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन के लिए जंतर-मंतर निर्धारित स्थान है, इंडिया गेट नहीं।

पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारी सी-हेक्सागॉन इंडिया गेट क्षेत्र में दाखिल हुए और ट्रैफिक रोकने के लिए लगाए गए अवरोध पार करने का प्रयास किया। नाम तो प्रदूषण-विरोधी आंदोलन का था, लेकिन वे मारे गए नक्सली कमांडर के पोस्टर लिए हुए थे। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने उन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्देश याद दिलाते हुए हटने को कहा था।

अधिकारियों ने उन्हें यह भी समझाया कि एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ ट्रैफिक में फंसे हुए हैं और उन्हें तुरंत रास्ता चाहिए, लेकिन प्रदर्शनकारी और भड़क गए। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने समूह को पीछे हटने को कहा, लेकिन वे सड़क पर बैठकर विरोध जारी रखने लगे। इसी दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर मिर्च स्प्रे कर दिया।

दूसरी ओर, आप पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने दिल्ली की हवा की स्थिति को “राष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल” बताया और सरकार से जिम्मेदारी निभाने की अपील की। उन्होंने आरोप लगाया कि दस महीनों से दिल्ली में रहने के बावजूद सरकार ने प्रदूषण पर काबू पाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। कक्कड़ ने NCR के मुख्यमंत्रियों और पर्यावरण मंत्रियों की तत्काल बैठक की मांग की और कहा कि सरकार की लापरवाही ने लोगों की सेहत को खतरे में डाल दिया है, जिसके कारण नागरिक बार-बार सड़कों पर उतर रहे हैं।

Exit mobile version