ख़ुश हूं कि मुख्य्मंत्री बनकर सफल रहा: शिवराज
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कल कहा कि प्रदेश की 20 करोड़ महिलाओं के खातों में “मुख्यमंत्री लाडली योजना” के तहत एक हजार रुपये प्रतिमाह पहुंचने से पहले आज का दिन उनके लिये सबसे खुशी का दिन है, क्योंकि मैं मुख्यमंत्री की ज़िम्मेदारी संभालने में सफल रहा।
शिवराज सिंह चौहान ने यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण होने के साथ साथ बेहद ख़ुशी का भी दिन है, क्योंकि महिला सशक्तिकरण, महिला कल्याण, उन्हें न्याय मिले, उन्हें दोयम दर्जे का न समझा जाए, इसके लिए सालों पहले राज्य में एक अभियान शुरू किया गया था।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 में मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने बेटी की शादी को बोझ बनने से रोकने के उद्देश्य से “मुख्यमंत्री कन्या दान योजना” तैयार की। वर्ष 2006 में, मुख्यमंत्री लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत की गई, जिसे कई अन्य राज्यों ने अपनाया। बाद में इस योजना को शिक्षा से जोड़ा गया। अब इसमें नई-नई चीजें जोड़कर मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई को भी जोड़ा गया है।
उन्होंने कहा कि उसके बाद महिलाओं को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया। उसके बाद उसमें पुलिस में बेटियों के लिए 30 प्रतिशत आरक्षण की शुरुआत की गई, जिसका काफी विरोध हुआ। दूसरा कदम महिलाओं के नाम पर संपत्तियों की रजिस्ट्री पर एक प्रतिशत स्टांप शुल्क लगाने का था। जिससे महिलाओं के नाम पर होने वाली रजिस्ट्री में असाधारण वृद्धि हुई।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गरीब बहनों के लिए और भी कई योजनाएं हैं। आज उनमें एक बेहद अहम कड़ी जुड़ रही है। लाडली बहना योजना से महिलाएं कई छोटे-छोटे काम आसानी से कर सकेंगी। आज शाम से जबलपुर से उनके खाते में 1000 रुपये आने शुरू हो जायेंगे।
उन्होंने कहा कि जब चुनाव का समय नहीं था, तब भी सरकार ने महिलाओं के लिये लगातार योजनाएं बनाईं। भाजपा सरकार ने कभी चुनाव को ध्यान में रखकर कोई योजना नहीं बनाई है। अपने संबोधन से पूर्व शिवराज सिंह चौहान ने स्थानीय स्मार्ट पार्क में लाडली बहनों के साथ पौधारोपण भी किया।