देश की आज़ादी के समय भाजपा होती तो कश्मीर भारत को न मिलता जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री तथा पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि
देश की आज़ादी के समय अगर भाजपा सत्ता में होती तो जम्मू कश्मीर देश का भाग नहीं बन पाता।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने क्षेत्रीय लोगों को उनकी पहचान एवं संपूर्ण आजादी का आश्वासन देते हुए जम्मू कश्मीर के लोगों को देश के साथ विलय करने के लिए तैयार किया था।
महबूबा मुफ्ती ने दिल्ली सरकार से जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग करते हुए कहा कि अगर केंद्र जम्मू कश्मीर में शांति देखना चाहता है तो बिना समय गँवाए अनुच्छेद 370 को फिर से लागू कर देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कश्मीर समस्या के समाधान के लिए केंद्र को पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू करना चाहिए।
महबूबा ने कहा कि 1947 में तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने जम्मू कश्मीर नेतृत्व के साथ समझौता किया था कि स्थानीय लोगों की पहचान की हर स्तर पर रक्षा करेंगे। जम्मू कश्मीर के लोगों के अधिकार सुरक्षित रहें, कभी उनका अधिकार ना छिने इसलिए इस राज्य को विशेष दर्जा दिया गया।
अगर उस समय भाजपा सत्ता में होती तो आज जम्मू कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं बन पाता। आज भी कश्मीर के लोग कहते हैं कि 5 अगस्त 2019 को उनके साथ नई दिल्ली सरकार ने धोखा किया है। भाजपा ने न सिर्फ यह कि स्थानीय लोगों से उनके अधिकार छीने बल्कि हम से विशेष राज्य दर्जा छीनकर हमे दो भागों में बाँट दिया।
भाजपा सरकार कश्मीर की जनता की आवाज को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। अगर भाजपा सरकार ने बेहतर समझ नहीं दिखाई तो भारत एक बार फिर सांप्रदायिक और धार्मिक आधार पर टुकड़ों में बंटने के लिए तैयार है।