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तेलंगाना में कांग्रेस की 200 यूनिट मुफ्त बिजली वाली ‘गृह ज्योति’ योजना लागू 

तेलंगाना में कांग्रेस की 200 यूनिट मुफ्त बिजली वाली ‘गृह ज्योति’ योजना लागू 

हैदराबाद: तेलंगाना में बिजली वितरण कंपनियों ने शुक्रवार को पात्र परिवारों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली की ‘गृह ज्योति’ योजना लागू होने के बाद ‘शून्य बिल’ जारी करना शुरू कर दिया। बिजली वितरण कंपनियों के कर्मचारियों को लोगों के घरों का दौरा करते और योजना के पात्र लाभार्थियों को ‘शून्य बिल’ जारी करते देखा गया, जो हाल के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की गारंटी में से एक थी।

बिजली वितरण कंपनियों के कर्मचारियों को लोगों के घरों का दौरा करते और योजना के पात्र लाभार्थियों को ‘शून्य बिल’ जारी करते देखा गया, जो हाल के विधानसभामें से एक थी।

कांग्रेस ने तेलंगाना चुनाव के दौरान अपनी 6 गारंटियों में 13 वादे किए थे। कांग्रेस ने सत्ता में आने के दो दिन बाद ही अपनी दो गारंटियों को लागू कर दिया था। इसके बाद हाल में सीएम रेवंत रेड्डी ने 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर देने की योजना भी शुरू की थी।

तेलंगाना कांग्रेस सरकार ने 27 फरवरी को ‘गृह ज्योति’ सहित दो गारंटियों को लागू करना शुरू किया। तेलंगाना सीएम ए. रेवंत रेड्डी ने 500 रुपये में एक रसोई गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने की एक और योजना भी शुरू की। तेलंगाना सरकार ने सत्ता में आने के दो दिन बाद अपनी दो गारंटियों को लागू करके शुरू कर दिया था। कांग्रेस ने राज्य विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी छह गारंटियों में 13 वादे किए थे।

इस अवसर पर रेवंत रेड्डी ने याद दिलाया कि कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पिछले साल सितंबर में तेलंगाना के लोगों के लिए छह चुनावी ‘गारंटी’ की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि दो योजनाओं – सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा और राजीव आरोग्य श्री (गरीबों के लिए 10 लाख रुपये की स्वास्थ्य योजना) – का कार्यान्वयन पिछले साल दिसंबर में उनकी सरकार के सत्ता संभालने के 48 घंटों के भीतर किया गया था।

रेड्डी ने कहा कि तत्कालीन संप्रग सरकार ने जहां 400 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने का कार्यक्रम लागू किया था, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने एलपीजी सिलेंडर की कीमत लगभग 1,200 रुपये तक पहुंचा दी। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में पिछली बीआरएस सरकार ने बढ़ती कीमतों के बीच आम लोगों को राहत देने के लिए कोई प्रयास नहीं किया।

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