सरकार किसान और सेना ही नहीं सारे इंस्टीट्यूशन खत्म कर देगी: मलिक
जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी का एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें उन्होंने पुलवामा हमला, किसान आंदोलन, जाति जनगणना, मणिपुर हिंसा सहित कई मुद्दों पर बातचीत की। सत्यपाल मलिक ने एक बार फिर माना कि पुलवामा हमला सिर्फ हमारी गलती थी। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को जबरदस्ती या फोर्स से ठीक नहीं कर सकते। वहां के लोगों को प्यार से जीतकर आप कुछ भी कर सकते हैं। सत्यपाल मलिक ने कहा कि मैंने कश्मीर के लोगों को अपने विश्वास में लिया।
उन्होंने पुलवामा मामले पर कहा कि सीआरपीएफ ने होम मिनिस्ट्री से 5 एयरक्राफ्ट मांगे थे क्योंकि वह एरिया उनके लिए बिलकुल सुरक्षित नहीं था। उन्होंने कहा, “कई इनपुट्स थे कि ट्रुप पर हमला हो सकता है, लेकिन सरकार ने इसपर ध्यान नहीं दिया। मलिक ने आगे कहा कि चार महीने तक सीआरपीएफ का आवेदन गृह मंत्रालय के पास रहा लेकिन उन्होंने चार महीने तक लटका कर उनकी मांग को खारिज कर दिया।
मलिक ने कहा कि अगर ये मेरे पास आते तो मैं कुछ करता। उन्होंने कहा, “हमसे मदद मांगी होती तो शायद ये हादसा नहीं हुआ होता। ” हालांकि मलिक ने ये जरूर कहा कि मैं ये तो नहीं कहूंगा कि इन्होंने कराया लेकिन मैं ये जरूर कहूंगा कि उसे इग्नोर किया गया और उसका राजनीतिक इस्तेमाल किया।
राहुल गांधी की सत्यपाल मलिक से ये बातचीत करीब 28 मिनट की है जिसमें वो कई विषयों पर बात कर रहे हैं. और सत्यपाल मलिक लगातार भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते नजर आ रहे हैं। पुलवामा हमले को याद करते हुए मलिक ने कहा कि उन्होंने पीएम को उस दिन तीन-चार बार फोन किया। उस दिन वो जिम कॉर्बेट में शूटिंग कर रहे थे। फिर उनका फोन आया लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मुझे चुप रहने के लिए कहा गया।
मलिक ने महिला आरक्षण, किसान आंदोलन, अडाणी और जीएसटी जैसे विषयों पर भी बात की। राहुल ने बुधवार को अपनी इस बातचीत का वीडियो जारी करते हुए लिखा है कि सत्यपाल मलिक के साथ ये संवाद क्या ईडी और सीबीआई की भाग दौड़ बढ़ा देगा। हालांकि, राहुल गांधी ने सत्यपाल मलिक से कहा कि जब भी मैं किसी से बात करता हूं उसे काफी धमकाया जाता है। आपको भी पिछले दिनों पुलवामा और किसान आंदोलन पर बोलने पर सीबीआई से धमकाया गया है।
इसपर मलिक ने कहा, “कानून है कि जब कोई शिकायतकर्ता होता है उसे सजा नहीं दी जाती है, लेकिन मेरे मामले में कुछ अलग ही देखने को मिला। मैंने शिकायत की तो जिनके खिलाफ उनकी जांच छोड़ दीजिए, मुझे ही तीन बार पूछताछ के लिए एक बार नहीं तीन तीन बार बुलाया गया।
मलिक ने आगे कहा कि ये सरकार किसान और सेना ही नहीं बल्कि सारे इंस्टीट्यूशन धीरे धीरे खत्म कर देगी। किसान आंदोलन पर सत्यपाल मलिक ने कहा कि खेती अब किसान छोड़ कर भाग जाएगा और ये कॉरपोरेट को दे देंगे। किसान के बच्चे अब खेती -किसानी छोड़ कर शहर में आ चुके हैं। क्योंकि गांव में एजुकेशन नहीं है, स्वास्थ्य की व्यवस्था नहीं है, सिक्योरिटी नहीं है और जमीन बटाईदार को दे रहे हैं।