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हिंडनबर्ग मामले में बढ़ीं गौतम अडानी की मुश्किलें

हिंडनबर्ग मामले में बढ़ीं गौतम अडानी की मुश्किलें

गौतम अडानी के संकट के बादल छटने के नाम नहीं ले रहे हैं। उद्योगपति गौतम अडानी और उनकी कंपनी अडानी ग्रुप एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल हिंडनबर्ग मामले में सेबी ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। सेबी जिन-जिन देशों में अडानी ग्रुप का कारोबार फैला है, उन देशों के मार्केट रेग्युलेटर से भी जानकारी जुटा रही है।

इतना ही नहीं सेबी ने अडानी समूह से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा जानकारी जुटाने के लिए अब खोजी पत्रकारों के एक संगठन ओसीसीआरपी से भी संपर्क साधा है। इस संगठन ने अडानी ग्रुप को लेकर कई रिपोर्ट प्रकाशित की हैं और उनमें कई दस्तावेजों का हवाला दिया गया है। हालांकि ओसीसीआरपी ने किसी भी तरह के दस्तावेज देने से फिलहाल इनकार कर दिया है।

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्केट रेगुलेटर सेबी अडानी ग्रुप और गल्फ एशिया ट्रेड एंड इन्वेस्टमेंट फंड के संबंधों की जांच कर रहा है। इस फंड का गठन ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में किया गया है और इसका मालिकाना हक दुबई के बिजनसमैन नासिर अली शबन अहली के पास है।

सेबी इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस मामले में शेयर ऑनरशिप से जुड़े नियमों के उल्लंघन हुआ है? रिपोर्ट में दो सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट (OCCRP) ने हाल में एक रिपोर्ट में दावा किया था कि इस फंड ने अडानी ग्रुप की कई लिस्टेड कंपनियों में निवेश किया है।

अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने 24 जनवरी को अडानी ग्रुप के बारे में एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अडानी ग्रुप पर शेयरों की कीमत में हेरफेर करने के आरोप लगाए गए थे। साथ ही दावा किया गया था कि कई संदिग्ध विदेशी शेल कंपनियों की अडानी ग्रुप में हिस्सेदारी है।

हालांकि ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया था। सेबी इस मामले की जांच कर रहा है। गल्फ एशिया फंड के साथ अडानी ग्रुप के संबंधों की जांच भी इसका हिस्सा है। सूत्रों के मुताबिक सेबी के जांचकर्ताओं के सामने बड़ा सवाल यह है कि क्या गल्फ एशिया और अडानी ग्रुप के अहम शेयरहोल्डर्स के बीच साठगांठ थी।

इस बारे में अडानी ग्रुप ने कोई टिप्पणी नहीं की। सेबी और गल्फ एशिया ने भी कोई कमेंट नहीं किया। अहली से संपर्क नहीं हो पाया। उनकी फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म Al Jawda Trade and Services को भेजे गए मेल और फोन कॉल्स का भी कोई जवाब नहीं मिला।

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