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इज़रायली सेना की पूर्व शीर्ष कानूनी अधिकारी ने आत्महत्या करने की कोशिश की

इज़रायली सेना की पूर्व शीर्ष कानूनी अधिकारी ने आत्महत्या करने की कोशिश की

इज़रायल की सेना में वर्षों तक शीर्ष कानूनी पद पर रह चुकीं यिफ़ात तोमर-येरूशलेमी ने आत्महत्या की कोशिश की है। रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने नींद की कई गोलियाँ खा लीं, जिसके बाद उन्हें तेल अवीव के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने उनकी हालत को अब स्थिर बताया है। यह घटना उस समय हुई जब उन्होंने हाल ही में सेना के एडवोकेट जनरल (मुख्य कानूनी अधिकारी) पद से इस्तीफ़ा दिया था।

तोमर-येरूशलेमी का नाम हाल के हफ्तों में उस “सदे तेमान वीडियो लीक स्कैंडल” से जुड़ा था, जिसने पूरे इज़रायल में हड़कंप मचा दिया। इस वीडियो में दक्षिणी इज़रायल के सदे तेमान सैन्य जेल में एक फ़िलिस्तीनी क़ैदी के साथ इज़रायली सैनिकों को यौन उत्पीड़न करते हुए देखा गया था। वीडियो के सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इज़रायली सेना की भारी आलोचना हुई।

स्थानीय मीडिया के मुताबिक़, यिफ़ात तोमर-येरूशलेमी पर गोपनीय सूचनाएँ लीक करने, जाँच में बाधा डालने और झूठी गवाही देने जैसे गंभीर आरोप हैं। उन पर धोखाधड़ी, विश्वासघात और न्याय में रुकावट डालने के भी मामले दर्ज किए गए हैं। 7 नवंबर को उन्हें ज़मानत पर रिहा कर दिया गया था, लेकिन अदालत के आदेश के अनुसार वह घर में नज़रबंद हैं और न्यायिक निगरानी में हैं।

तोमर-येरूशलेमी इज़रायली सेना की पहली महिला एडवोकेट जनरल थीं, जिन्हें अपने सख्त और विवादास्पद रुख के लिए जाना जाता था। लेकिन “सदे तेमान स्कैंडल” ने उनके करियर पर गहरा दाग लगा दिया। इस्तीफ़े के बाद उन पर मानसिक दबाव तेज़ी से बढ़ता गया। रिपोर्टों में कहा गया है कि उन्होंने हाल के दिनों में अपने करीबी लोगों से कहा था कि “उनका जीवन टूट चुका है।”

इस घटना ने इज़रायली रक्षा प्रतिष्ठान को झटका दिया है। आलोचकों का कहना है कि यह मामला इज़रायली सेना में व्याप्त नैतिक संकट और जवाबदेही की कमी का प्रतीक है। वहीं, सरकारी अधिकारी इस घटना को “व्यक्तिगत त्रासदी” बताकर संस्थागत जिम्मेदारी से किनारा करने की कोशिश कर रहे हैं।

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