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दूरदर्शन के नए लोगो पर प्रसार भारती के पूर्व सीईओ और टीएमसी सांसद ने नाराजगी जताई

दूरदर्शन के नए लोगो पर प्रसार भारती के पूर्व सीईओ और टीएमसी सांसद ने नाराजगी जताई

पब्लिक ब्रॉडकास्टर दूरदर्शन ने अंग्रेजी चैनल डीडी न्यूज के लोगो का रंग लाल से बदलकर नारंगी कर दिया है। इस पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) के राज्यसभा सांसद और प्रसार भारती के पूर्व CEO जवाहर सरकार ने कहा कि दूरदर्शन का भगवाकरण हो गया है। अब ये प्रसार भारती नहीं, प्रचार भारती हो गया है।

नए लोगो पर, ब्रॉडकास्टर ने कहा कि यह केवल “खूबसूरत दिखने” के लिए परिवर्तन किया गया, लेकिन प्रसार भारती के पूर्व सीईओ जवाहर सरकार ने लोकसभा चुनावों के दौरान परिवर्तन को प्रभावी करने की जरूरत पर सवाल उठाया है।

16 अप्रैल को दूरदर्शन ने सोशल मीडिया X पर नया प्रमोशनल वीडियो शेयर किया। इसके कैप्शन में लिखा- हालांकि हमारे मूल्य वही हैं, अब हम एक नए अवतार में उपलब्ध हैं। ऐसी समाचार यात्रा के लिए तैयार हो जाएं जो पहले कभी नहीं देखी गई। बिल्कुल नए डीडी न्यूज का अनुभव करें। डीडी न्यूज – भरोसा सच का।

वहीं UPA सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्री रह चुके कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा- दूरदर्शन के लोगो का रंग बदलना सरकारी संस्थानों पर कब्जा करने का सरकार का प्रयास है। ऐसे कदम देश के पब्लिक ब्रॉडकास्टर की विश्वसनीयता को कमजोर करते हैं।

टीएमसी के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार, जो 2012 और 2014 के बीच प्रसार भारती के सीईओ भी थे, ने कहा, “राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन ने अपने ऐतिहासिक फ्लैगशिप लोगो को भगवा रंग में रंग दिया है! इसके पूर्व सीईओ के रूप में, मैं इसके भगवाकरण को चिंता के साथ देख रहा हूं और महसूस कर रहा हूं – यह अब प्रसार भारती नहीं है, यह प्रचार भारती है!”

चैनल के लोगो में “सत्यम शिवम सुंदरम” शब्द भी शामिल था, लेकिन बाद में इसे हटा दिया गया। पिछले महीने, केंद्र ने दूरदर्शन समाचार एंकरों के लिए खादी पोशाक पहनना अनिवार्य कर दिया था। प्रसार भारती और खादी इंडिया ने सितंबर 2023 में एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत डीडी न्यूज और डीडी इंडिया के एंकर अब खादी से बने कपड़े पहनकर भारत की समृद्ध विरासत और आधुनिकता को आगे बढ़ाने में सक्रिय योगदान देंगे।

जवाहर सरकार ने एक वीडियो जारी कर कहा- चुनाव से ठीक पहले प्रसार भारती के पूर्व CEO के रूप में दूरदर्शन के लोगो का भगवाकरण देखकर दुख होता है। एक तटस्थ पब्लिक ब्रॉडकास्टर अब पक्षपाती सरकार के साथ एक धर्म और संघ (RSS) परिवार के रंग को शामिल करके मतदाताओं को प्रभावित करेगा।

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