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बेटी को छेड़ने पर बाप ने आरोपी को उतारा मौत के घाट

बेटी को छेड़ने पर बाप ने आरोपी को उतारा मौत के घाट

मध्यप्रदेश के खंडवा में एक अधेड़ को नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करने पर मौत की दर्दनाक सजा मिली। खबर के अनुसार 55 साल के अधेड़ की लाश अर्धनग्न हालत में तीन टुकड़ों में बाटी नदी में तैरती मिली। मरने वाले की पहचान पूर्व सरपंच के बेटे के रूप में हुई है ।

मध्यप्रदेश के खंडवा में एक अधेड़ को नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ करने पर मौत की सजा मिली। बताया जा रहा है कि 55 साल के मृतक अधेड़ का शव अर्धनग्न अवस्था में तीन टुकड़ों में नदी में तैरता हुआ मिला। सिर, धड़ और पैर अलग-अलग हिस्सों में थे। मृतक की पहचान पूर्व सरपंच के बेटे के रूप में हुई। घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपियों नाबालिग लड़की के पिता और उसके मामा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

यह घटना नर्मदा नगर थाना क्षेत्र के सक्तापुर गांव की है। यहां के निवासी नरेंद्र रविवार सुबह अजनाल नदी में नहाने के लिए पहुंचा। उसे नदी के घाट पर शिव मंदिर के सामने खून पड़ा देखा । उसके बाद नदी में तेरता हुआ सिर, धड़ और पैर को अलग-अलग हिस्सों में देखकर दहशत में आ गया। उस ने फ़ौरन गांव पहुंच कर सरपंच शिवराज सिंह को पूरी घटना की जानकारी दी। सरपंच एसपी विवेक सिंह के साथ घटनास्थल पहुंचे। गोताखोरों की मदद से सिर, धड़ और पैर को नदी से बाहर निकलवाया गया। शव पर धारदार हथियार से काटने के निशान पाए गए हैं। पुलिस को शक है कि कुल्हाड़ी और हंसिए के ज़रिए वार कर लाश के टुकड़े किए गए हैं।

वहीं पुलिस की छानबीन में मरने वाले की पहचान पूर्व सरपंच मंगतू के बेटे त्रिलोकचंद(55) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि मृतक के मां-बाप सक्तापुर में ही रहते हैं। जबकि त्रिलोकचंद और उसके चचेरे भाई रामचंद्र का घर सक्तापुर से 16 किलोमीटर दूर बोडानी गांव में है। मृतक के भाई रामचंद्र ने बताया कि शनिवार रात 9 बजे उसने त्रिलोक को खाना खिलाया था।इसके बाद वह घर से निकला गया था।

खबरों के मुताबिक त्रिलोकचंद ने अपने मामा ससुर के पोते छन्नू को मकान बनाने के लिए सक्तापुर में जमीन दी थी। छन्नू की 14 साल की एक बेटी पर त्रिलोकचंद गंदी नजर रखता था। वह उसके साथ अकसर छेड़छाड़ करता रहता था। पहले भी दो बार छेड़छाड़ करने के मामले में छन्नू ने उसे समझाया था लेकिन वह नहीं माना। इस बात पर उनका विवाद भी हुआ था। शनिवार रात को वह फिर गांव में आ गया और उसने छन्नू की बेटी से छेड़छाड़ कर दी। इससे उसका खून खौल गया और त्रिलोक को ठिकाने लगाने की ठान ली। वारदात को अंजाम देने के लिए छन्नू ने अपनी पत्नी के भाई उमेश की मदद ली। पुलिस के मुताबिक छन्नू और उमेश ही त्रिलोकचंद को बाइक पर बैठाकर नदी के पास ले गए थे और हत्या कर शव को नदी में डाल दिया।

पुलिसे ने छानबीन के बाद छन्नू और उमेश समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। कड़ाई से पूछताछ में आरोपी छन्नू और उसकी पत्नी के भाई ने जुर्म कबूल लिया है लेकिन हत्याकांड में अन्य की भूमिका की भी जांच अभी बाक़ी है।

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