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किसानों को फिर दिल्ली में घुसना होगा और बैरिकेड तोड़ने होंगे: राकेश टिकैत

केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के ख़िलाफ़ किसान पिछले तीन महीने से ज़्यादा से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन अभी तक नए कृषि कानूनों का कोई हल नहीं निकला है जबकि सरकार और किसानों से बीच बातचीत का दौर भी चल चुका है

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आज एक ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘किसानों को फिर दिल्ली में घुसना होगा और बैरिकेड तोड़ने होंगे.’

बता दें कि कल मंगलवार को जयपुर में किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने केन्द्र पर निशाना साधा था टिकैत ने कहा था कि सरकार हम किसानों को जाति-धर्म में बाटना चाहती है लेकिन अब अन्नदाता बंटने वाले नहीं हैं और जरूरत पड़ी तो वे संसद में भी अपनी फसल बेचकर दिखाएंगे.

केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा ‘‘इन्होंने (सरकार) जाति में बांटा, धर्म में बांटा.. अब किसान बंटने वाला नहीं है. किसानों से जब कहा जाए उन्हें तभी दिल्ली की तरफ चलना होगा. दिल्ली के बैरिकेड फिर तोड़ने पड़ेंगे.’

ग़ौरतलब है किसान नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री कहते है कि किसान अपनी फसल को कहीं भी बेच सकता है. इसलिए हम कहीं पर भी अपनी फसल बेच कर दिखायेंगे. मंडी के बाहर भी अपनी फ़सल बेच कर दिखायेंगे, और हम अपनी फसल को उस रेट में बेचेंगे जो भारत सरकार का रेट है और संसद में भी अपनी फसल बेच कर दिखाएगे

टिकैत ने केंद्रीय कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ जारी आंदोलन पर बात करते हुए कहा कि ‘‘पूरे देश में आंदोलन शुरू हो चुके हैं. किसानों को जागना पड़ेगा खासकर युवा साथियों की बड़ी जिम्मेदारी है कि आप चलो.. बढो.. जागो.. उठो और लड़ो.”

उन्होंने कहा कि इस देश में ‘जय श्री राम’ और ‘जय भीम’ के नारे इकठ्ठे लगेंगे तभी देश बचेगा वरना देश लुट जाएगा.

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