किसानों का ‘दिल्ली चलो’ मार्च एक दिन के लिए स्थगित
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के लिए कानूनी गारंटी और अन्य मांगों को लेकर शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने रविवार को दिल्ली कूच शुरू किया, लेकिन पुलिस ने बहुस्तरीय बैरिकेडिंग कर उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। प्रदर्शनकारी किसानों ने जब बैरिकेडिंग के पास पहुंचने की कोशिश की तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग दिए। जिसकी वजह से कुछ किसान घायल हो गए हैं। किसानों ने एक दिन के लिए ‘दिल्ली चलो’ मार्च स्थगित कर दिया है।
किसानों द्वारा पैदल मार्च शुरू किए जाने के बाद उन्हें हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेडिंग पर रोक दिया गया। इसके बाद किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए और पानी की बौछारें की गईं। किसान मजदूर मोर्चा और एसकेएम समूहों के 101 किसान प्रदर्शनकारियों में शामिल हैं।
शंभू बॉर्डर पर किसान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा फूल बरसाने के बारे में मीडिया के सवालों पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, “आज का ‘जत्था’ वापस लौट रहा है। यह दुखद है कि फूलों में रसायन मौजूद थे। कई लोग घायल हुए हैं। हम आज एक बैठक करेंगे। जिस तरह से उन्होंने हमें बहला-फुसलाकर हमला किया, वह गलत है।”
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, ‘आज हमने दिल्ली कूच करने वाला ‘जत्था’ वापस लेने का फैसला किया है। एक किसान को PGI में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत गंभीर है। पंढेर ने कहा कि 8-9 किसान घायल हैं। इसलिए हमने ‘जत्था’ वापस ले लिया है। किसान अपनी मांगें पूरी होने तक नहीं रुकेगा। हम बैठक के बाद आगे के कार्यक्रम के बारे में बताएंगे।
बता दें कि, MSP के लिए कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए 101 किसानों के एक समूह ने पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू प्रदर्शन स्थल से रविवार दोपहर 12 बजे के बाद दिल्ली के लिए अपना पैदल मार्च फिर शुरू किया था। कुछ मीटर आगे बढ़ने के बाद किसानों को हरियाणा पुलिस की ओर से लगाए गए भारी बैरिकेडिंग का सामना करना पड़ा।