चुनाव आयोग आज करेगा पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान
चुनाव आयोग आज (सोमवार) पांच राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा करेगा। चुनाव आयोग के अधिकारी दोपहर 12 बजे के आसपास तारीखों की घोषणा करेंगे।
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को 2023 आम चुनाव का सेमीफाइनल कहा जा रहा है। I.N.D.I.A के बैनर तले कांग्रेस समेत 20 से ज्यादा विपक्षी दल साथ लड़ रहे हैं। मध्य प्रदेश की 230, राजस्थान की 200, तेलंगाना की 119, छत्तीसगढ़ की 90 और मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर चुनाव की घोषणा होने वाली है।
विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक नई दिल्ली में होगी। जाति आधारित गणना और राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना एवं मिजोरम के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनावी रणनीति और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे , पार्टी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी, कांग्रेस शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री तथा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता राष्ट्रव्यापी जाति आधारित गणना कराने पर पार्टी के जोर देने और भविष्य में पड़ने वाले इसके प्रभावों के अलावा चुनावी राज्यों में चुनाव तैयारियों पर बैठक में चर्चा करेंगे।
तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर खत्म हो रहा है। मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को समाप्त होगा। तेलंगाना में जहां भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का शासन है, वहीं मध्य प्रदेश में भाजपा का शासन है। छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में है।
खरगे के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पुनर्गठित कार्य समिति की यह दूसरी बैठक होगी। कांग्रेस कार्य समिति की पिछली बैठक 16 और 17 सितंबर को हैदराबाद में हुई थी। कार्य समिति के पुनर्गठन के बाद यह पहली बैठक थी।
देश में 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. इन चुनाव से पहले पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है। इनमें से तीन राज्य ऐसे हैं, जो हिंदी बेल्ट में आते हैं। इसमें राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं।
इसके अलावा दक्षिण भारत के तेलंगाना में भी चुनावी टक्कर देखने को मिलने वाली है। वहीं, पूर्वोत्तर भारत के मिजोरम को भी चुनाव के लिहाज से अहम माना जा रहा है, क्योंकि ये पूर्वी भारत में वोटर्स की पसंद को बताएगा।