चुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को बिहार की वोटर लिस्ट सौंपी
बिहार वोटर पुनरीक्षण के विरोध के बीच चुनाव आयोग ने आज बिहार की प्रारंभिक वोटर लिस्ट (मतदाता सूची) सभी राजनीतिक दलों को सौंप दी है। यह काम सुबह 11 बजे राज्य के 38 जिलों में एक साथ शुरू हुआ। यह सूची 243 विधानसभा सीटों और 90,817 मतदान केंद्रों से जुड़ी है। सभी मान्यता प्राप्त पार्टियों को यह सूची दी गई है, ताकि वे समय रहते जांच कर सकें और अगर कोई गलती है तो उसे ठीक करवाने का सुझाव दे सकें।
चुनाव आयोग ने बताया कि यह वोटर लिस्ट दोपहर 3 बजे से आयोग की वेबसाइट पर भी उपलब्ध रहेगी। इससे आम लोग भी अपना नाम, पता और बाकी जानकारी जांच सकेंगे।अगर किसी को अपनी जानकारी में कोई गलती दिखे, तो वह तय प्रक्रिया के तहत सुधार या शिकायत कर सकता है। यह पूरी प्रक्रिया विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का हिस्सा है, जो मतदाता सूची को सही और अपडेट करने के लिए की जाती है।
बिहार में SIR के विरोध को लेकर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने विपक्ष पर निशाना साधा था। SIR पर विपक्ष की चर्चा की मांग पर उन्होंने कहा था कि किस पर चर्चा करना चाहते हैं, क्या चुनाव आयोग पर।
उन्होंने कहा था कि चुनाव आयोग पर लोकसभा क्या चर्चा कर सकती है, क्या हम यहां सुप्रीम कोर्ट पर चर्चा करते हैं। जिनको मूल संविधान की समझ ही नहीं है, इस तरह के कुतर्क का कोई उत्तर नहीं है। SIR पर विपक्ष के विरोध को उन्होंने तुष्टिकरण की राजनीति का बेशर्म प्रदर्शन। करार दिया था।

