चुनावी बॉन्ड: उत्तरकाशी में ढही सुरंग बनाने वाली कंपनी ने 55 करोड़ के बांड खरीदे
इलेक्शन आयोग की तरफ से इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियों और शख्सियतों का नाम जारी होने के बाद हर कोई लिस्ट में आने वाले नामों को जानने का इच्छुक है। इस लिस्ट में सबसे ऊपर नाम फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज का नाम है। इस कंपनी ने 1,368 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदकर राजनीतिक पार्टियों को
दिये।
नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड वह कंपनी है जिसने उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग का निर्माण किया था। जुलाई 2018 में भी कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज द्वारा नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के परिसरों पर छापेमारी की गई थी। अक्टूबर 2018 में, आयकर विभाग ने कंपनी द्वारा कथित टैक्स चोरी को लेकर नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी के हैदराबाद परिसर पर छापा मारा।
नवयुग इंजीनियरिंग की तरफ से उत्तरकाशी में बनाई जा रही सिलिकारा टनल पिदले दिनों 12 नवंबर 2023 को ढह गई थी। सुरंग ढहने के बाद 41 से ज्यादा श्रमिक फंस गए थे और उन्हें निकालने में 16 दिन से ज्यादा का समय लगा था। टनल बनाने वाली कंपनी ने 55 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड एसबीआई से खरीदे थे। इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट पर अपलोड डिटेल के अनुसार कंपनी ने 2019 में 45 करोड़ के चुनावी बॉन्ड और 2022 में 10 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे।
चुनावी बॉन्ड के आंकड़ों के अनुसार, जिसे ECI ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 14 मार्च को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है, नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी ने 2019 में 45 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे और 2022 में 10 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे। इसमें से कंपनी ने 18 अप्रैल 2019 को 30 करोड़ रुपये का चुनावी बॉन्ड खरीदा था. 1-1 करोड़ मूल्य के 30 बॉन्ड खरीदे गए थे।
चुनावी बॉन्ड के आंकड़ों के अनुसार, जिसे ECI ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 14 मार्च को अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है, नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी ने 2019 में 45 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड खरीदे और 2022 में 10 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे.
इसमें से कंपनी ने 18 अप्रैल 2019 को 30 करोड़ रुपये का चुनावी बॉन्ड खरीदा था। 1-1 करोड़ मूल्य के 30 बॉन्ड खरीदे गए थे। कंपनी ने 18 अप्रैल 2019 को अधिकतम 30 बॉन्ड खरीदे थे, इसके बाद 10 अक्टूबर 2019 को 15 बॉन्ड और 10 अक्टूबर 2022 को 10 बॉन्ड और खरीदे।
साल 2023 और 2024 में कंपनी द्वारा चुनावी बॉन्ड खरीदने से जुड़ा कोई डेटा नहीं मिला। भारतीय स्टेट बैंक ने ईसीआई के साथ जो चुनावी बॉन्ड डेटा साझा किया है वह 1 अप्रैल 2019 से 15 फरवरी 2024 तक का है।