पहले पीएम को बीबीसी पर भरोसा था, अब क्यों नहीं ?: कांग्रेस
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। पवन खेड़ा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे साहब को इतना नहीं मालूम की बीबीसी नो प्रॉफिट नौ लॉस पर काम करती है। इसमें इनकम टैक्स का कोई रोल नहीं है। साहब के अतीत पर कोई प्रकाश डाल दे तो उस मीडिया हाउस का भविष्य बर्बाद कर देंगे। ये है इनकी असलियत। 2014 से पहले इसी बीबीसी को लेकर साहब कहते थे – हम तो भरोसा ही बीबीसी पर करते हैं। अब क्या हुआ?
कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि, “जैसे आरएसएस की शाखा होती है, वैसे ही ईडी, सीबीआई, आईटी की भी अलग-अलग देशों में शाखा बना देनी चाहिए। शायद तब ये हिंडनबर्ग जैसे संस्थानों को चुप करा सकें। इन्होंने देश का मजाक बना दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जो भी मीडिया संस्थान मोदी सरकार के खिलाफ कुछ लिख दे, उनकी सच्चाई बता दे उसे सरकार राष्ट्रविरोधी करार कर देती है। इसके साथ ही उन्होंने उन मीडिया संस्थानों के नाम भी बताए जिन पर हाल में सरकारी एजेंसियों ने छापा मारा। आगे उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर सत्ता का हथौड़ा मारा जा रहा है, हम इसका विरोध करते हैं।
बता दें कि जो 2002 गुजरात दंगों पर केंद्रित बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ के जारी होने के कुछ हफ्ते बाद ही बीबीसी दफ्तर पर आईटी विभाग द्वारा अभियान चलाया गया है। डॉक्यूमेंट्री के वायरल होने के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया, और बाद में इसे सभी प्लेटफार्मों के साथ-साथ सोशल मीडिया आउटलेट्स से भी हटा दिया गया। कांग्रेस के नेतृत्व में कई विपक्षी दलों ने बीबीसी के परिसरों में सर्वे कार्यों की आलोचना की है।
वहीं बीबीसी ने अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की जानकारी दी है। ब्रॉडकास्टर ने साथ ही अपने कर्मचारियों को वेतन से जुड़े अन्य सवालों के जवाब देने का निर्देश दिया है। कर्मचारियों से कहा गया है कि वे अधिकारियों के साथ सहयोग करें और उनके सवालों का व्यापक जवाब दें।