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भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू

भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनीं द्रौपदी मुर्मू

भारत: भारत गणराज्य की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू ने आज शपथ ली है। भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलवाई। राष्ट्रपति शपथ लेने के बाद द्रौपदी मुर्मू ने भावुक होते हुए कहा कि आज़ाद भारत में पैदा होने वाली मैं पहली राष्ट्रपति बन गईं हूं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह के बाद राष्ट्रपति मूर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गयी। भारत गणराज्य की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने के साथ, द्रोपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनी हैं। सपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्य के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य, भारत सरकार के नागरिक और सैन्य अधिकारी शामिल हुए। शपथ लेने के बाद राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी, राजनाथ सिंह, भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गाँधी से मुलाक़ात की।

शपथ ग्रहण के दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में भावुक होते हुए कहा कि “”ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है।

उन्होंने कहा कि मैं जिस जगह से आती हूं, वहां प्रारंभिक शिक्षा भी सपना होता है। गरीब, पिछड़े मुझे अपना प्रतिबिंब दिखाते हैं। मैं भारत के युवाओं और महिलाओं को विश्वास दिलाती हूं कि इस पद पर काम करते हुए उनका हित मेरे लिए सर्वोपरि रहेगा। संसद में मेरी मौजूदगी भारतीयों की आशाओं और अधिकारों का प्रतीक है। मैं सभी के प्रति आभार व्यक्त करती हूं। आपका भरोसा और समर्थन मुझे नई जिम्मेदारी संभालने का बल दे रहा है।

द्रोपदी मुर्मू ने ये भी कहा कि राष्ट्रपति के पद तक पहुंचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है। ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूं जिसका जन्म आजाद भारत में हुआ है। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने भारतीयों से जो उम्मीदें लगाई थीं, उन्हें पूरा करने का मैं पूरा प्रयास करूंगी।”

बता दें कि आज सुबह 10 बजे राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह शुरू होते ही संसद टीवी पर इसका सीधा प्रसारण होना शुरू हुआ था। द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने वाली पहली आदिवासी और दूसरी महिला हैं। राष्ट्रपति मुर्मू से पहले यूपीए शासन के समय प्रतिभा देवी सिंह पाटिल पहली महिला राष्ट्रपति पद के लिए निर्वाचित हुईं थीं।

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