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देश मे तेल पर बढ़ सकते हैं 12 रुपये तक दाम

देश मे तेल पर बढ़ सकते हैं 12 रुपये तक दाम

रुस और यूक्रेन के बीच युद्ध से विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया है जिसका असर पूरी दुनिया मे दिख रहा है और इसका असर जल्द ही देश के घरेलू बाजार पर दिखने लगेगा. फिलहाल तो दाम स्थिर हैं, लेकिन इस बारे में पूरी उम्मीद है कि अगले 10 दिनों में दाम 12 रुपये तक बढ़ सकते हैं. अगर आज यानी शनिवार, 5 मार्च, 2022 की बात करें तो देश में पेट्रोल-डीजल के दाम आज भी स्थिर चल रहे हैं. विधानसभा चुनावों के पहले तेल के दाम बढ़ने की संभावना भी नहीं है.

जैसे ही 10 मार्च को चुनाव के नतीजे आएगे जिसमे  बस पांच दिनों का ही वक्त बचा है. उसके बाद देश मे तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिल सकता है।

बता दें कि भारत जो कच्चा तेल खरीदता है उसके दाम तीन मार्च को 117.39 डॉलर प्रति बैरल तक हो गए हैं.

गौर तलब है कि ईंधन की ये कीमत वर्ष 2012 के बाद सबसे ज्यादा है. पिछले साल नवंबर की शुरुआत में जब पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि पर रोक लगी थी, तब कच्चे तेल की औसत कीमत 81.5 डॉलर प्रति बैरल थी.

विश्व बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण खुदरा ईंधन विक्रेताओं को लागत वसूली के लिए पेट्रोल और डीजल के दाम 16 मार्च तक 12 रुपये प्रति लीटर से भी अधिक बढ़ाने की जरूरत है.

ICICI सिक्योरिटीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि बीते दो महीनों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दाम बढ़ने से सरकारी स्वामित्व वाले खुदरा तेल विक्रेताओं को लागत वसूली के लिए 16 मार्च 2022 या उससे पहले ईंधन के दामों में 12.1 प्रति लीटर की वृद्धि करनी होगी. वहीं तेल कंपनियों के मार्जिन को भी जोड़ लें तो 15.1 रुपये प्रति लीटर की मूल्य वृद्धि की आवश्यकता है.

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