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भारत के कई शहरों में फिलिस्‍तीन के समर्थन में प्रदर्शन

भारत के कई शहरों में फिलिस्‍तीन के समर्थन में प्रदर्शन

हमास को ख़त्म करने के नाम पर इज़रायल लगातार ग़ाज़ा पर बमबारी कर रहा है। इज़रायली हमले के सबसे ज़्यादा शिकार वहां के मासूम बच्चे , औरतें, बूढ़े हो रहे हैं। ग़ाज़ा की ज़मीन पर चारों तरफ़ बेगुनाह फ़िलिस्तीनियों की लाशें बिखरी पड़ी हैं, जिनका कोई पूछने वाला नहीं। घायल फिलिस्तीनी बग़ैर उपचार के हॉस्पिटल में पड़े हैं। क्योंकि इज़रायल द्वारा वहां का इंधन, पानी, बिजली पहले ही बंद किया जा चुका है। अभी तक किसी देश ने वहां मानवीय सहायता भी नहीं भेजी है।

इज़रायल का दावा है कि 80 देश उसके समर्थन में खड़े हैं जबकि कई देश फ़िलिस्तीन के समर्थन में भी खड़े दिखाई दे रहे हैं। ईरान, इराक़, लेबनान, क़तर, पकिस्तान, जार्डन खुलकर फ़िलिस्तीन के समर्थन में खड़े नज़र आ रहे हैं। पूरी दुनियां में जुमे के दिन फ़िलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन हुए। भारत के कई शहरों में शुक्रवार को फिलिस्तीन के समर्थन और इज़रायल के विरोध में प्रदर्शन हुए।

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भी फिलिस्तीन के समर्थन में प्रोटेस्ट किया गया। लखनऊ की आसिफी मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद ‘डाउन विद इजरायल’ और ‘डाउन विद अमेरिका’ के नारे लगाए गए। शिया धार्मिक नेता मौलाना कल्बे जवाद ने प्रधानमंत्री मोदी से अपील की कि वह ताकतवर पीएम हैं और उन्हें इस युद्ध को रुकवाने के लिए आगे आना चाहिए। फ़िलिस्तीन के लोगों को उनके अधिकार देने के लिए काम करने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में निर्दोष लोग मारे जा रहे हैं। सबसे पहले निर्दोष लोगों को बचाया जाना चाहिए और इस युद्ध को रोका जाना चाहिए। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भी फ़िलिस्तीन के समर्थन में लोगों ने आवाज बुलंद की।

बेंगलुरु की जामिया मस्जिद के इमाम मौलाना मकसूद इमरान ने कहा कि इजरायली सेना फ़िलिस्तीन के मुस्लिमों पर अत्याचार कर रही है। उन्होंने फिलिस्तीन में शांति बहाली की दुआ की। उन्होंने कहा कि यहूदी जबरन मुस्लिमों को उनके क्षेत्र से बाहर निकाल रहे हैं। गाजा पट्टी में बड़ी संख्या में मुस्लिमों का दमन हो रहा है। इज़रायली सेना ने अल अक्सा मस्जिद में इबादत पर प्रतिबंध लगा दिया है।

इसके अतिरिक्त झारखंड के जमशेदपुर में भी मुस्लिम समुदाय ने फ़िलिस्तीन का समर्थन किया। जमशेदपुर के मानगो आजाद नगर में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के लोगों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर इज़रायल के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। जमशेदपुर में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हाथों में पोस्टर लेकर फ़िलिस्तीन के खिलाफ प्रदर्शन किया। बिहार के किशनगंज में जुमे की नमाज के बाद युवा सड़कों पर निकल आए और फ़िलिस्तीन के समर्थन में नारेबाजी की।

इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस प्रोटेस्ट में कुछ नाबालिगों ने भी हिस्सा लिया। यह पोटेस्ट किशनगंज की मेन मार्केट में हुआ, जिसमें फ़िलिस्तीन के समर्थन में नारेबाजी की गई। इस दौरान कथित तौर पर इज़रायल के झंडे को भी आग लगाई गई। किशनगंज के डीएम तुषार सिंघला ने शांति की अपील की। हालांकि, बीजेपी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि लोग बिहार में आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं लेकिन महागठबंधन की सरकार वोट बैंक की राजनीति की वजह से मौन है।

केरल के तिरुवनंतपुरम में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के सदस्यों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रोटेस्ट किया। जम्मू कश्मीर के बडगाम में शिया मुस्लिमों ने फिलिस्तीन पर इज़रायल के हमले के खिलाफ प्रोटेस्ट किया। इस दौरान इज़रायल के विरोध में नारेबाजी की गई। कोलकाता में माइनॉरिटी यूथ फोरम के सदस्य फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी फिलिस्तीन की आजादी के बैनर लिए प्रदर्शन कर रहे है थे।

बता दें कि इज़रायल और हमास के बीच युद्ध का शुक्रवार को सातवां दिन था। बीते सात अक्टूबर को फिलिस्तीनी आर्म्स ग्रुप हमास ने गाजा पट्टी से रॉकेट हमलों की झड़ी लगा दी थी। ये हमले इज़रायल पर किए गए थे। हमास ने हमलों की जिम्मेदारी ली और इसे इज़रायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाई बताया। हमास ने गाजा पट्टी से करीब 20 मिनट में 5,000 रॉकेट दागे थे। इतना ही नहीं, इज़रायल में घुसपैठ की और कुछ सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया था। इस जंग में दोनों ओर से सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई है।

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