ISCPress

कोरोना को कंट्रोल करने के उपायों पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग

देश में COVID-19 के समय को “युद्ध जैसी स्थिति” करार देते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने संसद का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग की है ताकि कोरोना वायरस को नियंत्रित करने के उपायों पर चर्चा की जा सके और ऑक्सीजन और दवा की पूर्ति की योजना बनाई जा सके। शिवसेना सांसद ने कहा कि अगर COVID -19 के प्रसार को देश पर नियंत्रित नहीं किया जाता है तो देश अराजकता की ओर बढ़ेगा।

हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान के उस बयान पर (जिसमे उन्होंने कहा था कि देश में जल्दबाज़ी में लॉकडाउन की कोई आवश्यकता नहीं है) प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शाह को स्थिति को नियंत्रण में लाने में मदद के लिए उपायों की घोषणा करनी चाहिए।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए राउत ने कहा कि देश में COVID -19 की स्थिति “गंभीर” और “चिंताजनक” है। उन्होंने कहा कि एक विशेष सत्र विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों को उन मुद्दों को सामने लाने में मदद करेगा जिनका राज्य सामना कर रहे हैं।

शिवसेना सांसद ने कहा कि “पूरे देश में स्थिति चिंताजनक है। कई राज्यों से मामलों की संख्या को देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि ये युद्ध जैसी स्थिति है। जो राज्य पहले आकड़ें छिपा रहे थे अब वो आंकड़ें नहीं छिपा पा रहे हैं क्योंकि मरीज सड़कों पर निकल रहे हैं, हर जगह अंतिम संस्कार की चिताएं जल रही हैं और दफ़नाने के लिए जगह नहीं बची है। अगर इसी तरह कोरोना से मौतों का सिलसिला जारी रहा और अगर हम कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में असमर्थ रहे तो देश में अराजकता फैल जाएगी इस लिए संसद का एक विशेष सत्र कोविद -19 स्थिति पर चर्चा करने के लिए तुरंत बुलाया जाना चाहिए।

बता दें कि पिछले हफ्ते शाह ने लॉक डाउन की आवश्यकता को खारिज करते हुए कहा था कि इस स्थिति ने जल्दबाज़ी में लॉक डाउन की आवश्यकता नहीं है जिस पर शिवसेना सांसद ने एक प्रतिक्रिया देते हुए कहा: “अगर अमित शाह को लगता है कि लॉकडाउन पर जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए, तो उन्हें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उपायों को बताना चाहिए क्योंकि लोग मर रहे हैं, लोगों को अस्पताल के बीएड और ऑक्सीजन नहीं मिल रहे है।

ग़ौर तलब है की भारत में कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद पश्चिम बंगाल में प्रधान मंत्री और गृह मंत्री की रैलियां चल रही है जबकि कुछ नेताओं ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अपनी रैली कैंसिल कर दी है।

Exit mobile version