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एनएसए के तहत हिमंत बिस्वा सरमा की गिरफ्तारी की मांग

एनएसए के तहत हिमंत बिस्वा सरमा की गिरफ्तारी की मांग

असम कांग्रेस ने NSA के तहत मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की गिरफ्तारी की मांग की है। बुधवार को असम कांग्रेस प्रमुख भूपेन बोरा ने कहा कि मणिपुर चुनाव के लिए कुकी उग्रवादी समूह के नेताओं की मदद लेने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत हिमंत सरमा को गिरफ्तार किया जाए।

बोरा ने बुधवार को कहा कि पहली बार हमने सुना है कि एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुने गए एक मुख्यमंत्री ने मणिपुर विधानसभा में चुनाव जीतने के लिए कुकी उग्रवादियों से मुलाकात की। हम यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि क्या भाजपा आलाकमान उनके खिलाफ कदम उठाता है।

पार्टी ने हिमंत बिस्वा सरमा के तथाकथित कुकी उग्रवादियों के साथ असंवैधानिक संबंध के विरोध में गुवाहाटी में भूख हड़ताल की। बोरा ने कहा कि यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (उल्फा-आई) के प्रमुख परेश बरुआ ने हमेशा सरमा को अपने पूर्व समकक्ष के रूप में स्वीकार किया है।

कुकी संगठनों में से एक के नेता की ओर से केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को 2019 के एक पत्र में दावा किया गया है कि दो भाजपा नेता (हिमंत बिस्वा सरमा और राम माधव) प्रभारी थे। दोनों ने 2017 के विधानसभा चुनाव को जीतने के लिए कुकी संगठनों की मदद ली थी।

बता दें कि भाजपा 2017 में पहली बार मणिपुर में सत्ता में आई और मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में सरकार बनाई। सूत्रों ने कहा कि हिमंत बिस्वा सरमा बुधवार को मणिपुर की यात्रा करने वाले थे, लेकिन अंतिम समय में यात्रा रद्द कर दी गई। यह ज्ञात नहीं है कि सरमा की यात्रा को रद्द करना नवीनतम आरोपों से संबंधित था या नहीं।

ग़ौरतलब है कि पहले हिमंत बिस्वा सरमा कांग्रेस नेता थे, बाद में वह बीजेपी में शामिल हो गए थे। वह लगातार कांग्रेस पर हमला करते रहते हैं। उनके निशाने पर ज़्यादातर गांधी परिवार रहता है। पिछले साल विधान सभा चुनाव जीतने के बाद भाजपा आलाकमान ने उन्हें असम का मुख्यमंत्री बना दिया।

भाजपा में शामिल होने के बाद उन्होंने अपनी कट्टर हिन्दुत्वादी की छवि बना ली थी। इसीलिए वह हिन्दू पर ज़्यादा बयान दिया करते हैं। उनके शासन में बहुत से मदरसे बुलडोज़ कर दिए गए। यह पहला मौक़ा है जब कांग्रेस नेताओं ने उन पर इस तरह के आरोप लगाए हैं।

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