दिल्ली ब्लास्ट मामला: अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के ख़िलाफ़ FIR
दिल्ली में लाल किला के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में शनिवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के ख़िलाफ़, धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोप में दो FIR दर्ज की हैं। इसके अलावा क्राइम ब्रांच ने ओखला स्थित यूनिवर्सिटी के दफ़्तर जाकर जांच के लिए दस्तावेज़ों का एक सेट देने की मांग की है। इसी बीच 5 और डॉक्टरों और कम से कम 2 खाद व्यापारियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। बताया गया है कि, विस्फोटक सामग्री खाद बनाने में इस्तेमाल होने वाले पदार्थ से तैयार की गई थी।
अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी जांच के दायरे में
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के ख़िलाफ़ जो दो FIR दर्ज की हैं, उनमें पहली FIR धारा 12 (धोखाधड़ी) और दूसरी FIR झूठे एक्रिडिटेशन दावे पर दर्ज की गई है। इस संबंध में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) पहले ही संस्थान को कारण बताओ नोटिस जारी कर चुकी है। UGC और NAAC की कार्रवाई के बाद क्राइम ब्रांच ने भी कदम उठाया है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भी बड़ी साजिश की जांच के लिए एक और FIR दर्ज की है।
5 और डॉक्टर हिरासत में
जांच एजेंसियां इस यूनिवर्सिटी के 3 डॉक्टरों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही हैं। जानकारी के अनुसार 3 डॉक्टरों को दिल्ली में और 2 को मेवात में हिरासत में लिया गया है। धमाके के विदेशी कनेक्शन की भी जांच की जा रही है, क्योंकि बताया जा रहा है कि, डॉक्टर शाहीन दुबई भागने वाली थी। एक दूसरी रिपोर्ट के अनुसार शनिवार को पुलिस ने अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी के 2 डॉक्टरों समेत 3 लोगों को हिरासत में लिया है। ये तीनों उमर अल-बनी को जानते थे। इनमें एक चायवाला भी शामिल है जिसकी दुकान पर उमर कुछ देर रुका था।
पुलिस ने उस मस्जिद का भी दौरा किया जहां उमर ने नमाज़ पढ़ी थी। इनमें से एक डॉक्टर मुस्तक़ीम है जो मुज़म्मिल और उमर के संपर्क में था और उसने कई बार उमर से बात भी की, जिसकी जानकारी एजेंसियों को मिल चुकी है। पूरी घटना की जांच कर रही NIA की टीम आज अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी पहुंची और जांच की। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के 22 डॉक्टर रडार पर हैं। वहीं हरियाणा का मेवात भी निशाने पर है, जहां से खाद खरीदी गई थी। मेवात में तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है जिनका संबंध अल-फ़लाह यूनिवर्सिटी से है।
डॉक्टर उमर का नया फुटेज सामने आया
वहीं धमाके में मारे गए डॉक्टर मोहम्मद उमर नबी, जिन्हें पुलिस “सुसाइड बॉम्बर” बता रही है, का एक और वीडियो सामने आने का दावा किया गया है। एजेंसियों के अनुसार यह वीडियो धमाके से 12 दिन पहले का है, जब 29 अक्टूबर को फरीदाबाद में उमर नबी एक दुकान पर अपना फोन चार्जिंग के लिए देता हुआ नजर आ रहा है। 25 सेकंड के इस वीडियो में उमर एक बेंच पर बैठा है, उसके पास एक बैग और एक दूसरा मोबाइल भी है।
इमामों से भी पूछताछ
इस बीच दिल्ली धमाके के बाद फरीदाबाद और पलवल की मस्जिदों के इमामों से भी पूछताछ की गई है। पलवल के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने जिले के सभी थाना प्रभारियों और चौकी इंचार्जों को अपने-अपने क्षेत्रों में सख्त निगरानी रखने, संदिग्ध लोगों पर नज़र रखने, सार्वजनिक स्थानों, बस अड्डों, रेलवे स्टेशन, बाज़ारों और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने और समय-समय पर जांच करने के निर्देश दिए हैं। इस क्रम में शहर पुलिस टीम ने भारी पुलिस बल के साथ थाना क्षेत्रों में मस्जिदों सहित कई जगहों पर डॉग स्क्वॉड की मदद से तलाशी ली।

