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Cyclone Tauktae: और ज़्यादा ख़तरनाक हुआ चक्रवाती तूफ़ान, 

Cyclone Tauktae और ज़्यादा ख़तरनाक हुआ चक्रवाती तूफ़ान, दक्षिण पूर्वी अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफ़ान टाक्टे के ख़तरे के मद्देनज़र कई राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है, ऐसे में केंद्र सरकार के गृहमंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र, गुजरात के मुख्यमंत्री और दमन, दीव और दादरा नगर हवेली के अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें चक्रवाती तूफ़ान टाक्टे से निपटने के लिए मौजूदा परिस्थितियों को लेकर चर्चा हुई।

चक्रवाती तूफ़ान टाक्टे बेहद ख़तरनाक सूरत ले चुका है, मौसम विभाग ने बताया कि इस तूफ़ान के 17 मई को गुजरात पहुंचने की उम्मीद है।

मौसम विभाग ने बताया कि यह गुजरात के वेरावल और पोरबंदर के बीच मांगरोल के पास तट से टकराएगा, आशंका यह है कि महाराष्ट्र, केरल और गुजरात के किनारों पर इस तूफ़ान का असर देखने को मिल सकता है, विभाग के मुनासिब इस तूफ़ान के दौरान 150 से 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से हवा चलने की आशंका है।

कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक़ चक्रवात तूफ़ान टाक्टे की वजह से पिछले 24 घंटों में 6 ज़िलों और 3 तटीय ज़िलों और 3 मलनाट ज़िलों भारी बारिश हुई जिससे अब तक 4 लोगों की जानें जा चुकीं और 73 गांव प्रभावित हुए हैं।

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मौसम विभाग का कहना है कि तूफ़ान गुजरात के साथ केंद्रशासित दमन दीव और दादरा और नगर हवेली में तबाही मचा सकता है, तूफ़ान की वजह से केरल, तमिलनाडु में बाढ़ का ख़तरा पैदा होने के साथ कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में भारी वर्षा होने की संभावना है, मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों में यह तूफ़ान केरल, महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा में क़हर बरपा कर सकता है, इसलिए एनडीआरएफ की टीमों की तैनाती कर दी गई है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भारत में आनेवाले टाक्टे चक्रवाती तूफ़ान की समीक्षा की और राज्यों में इसकी तैयारियों का जायज़ा लिया है।

इसके लिए उन्होंने राज्यों, केंद्रीय मंत्रियों और संबंधित एजेंसियों के साथ बैठक की है, एक बयान जारी करके कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने तूफ़ान आने के दौरान आवश्यक सेवाओं जैसे बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पानी आदि को तत्काल बहाल करने की पूरी तैयारी हो, इस उच्चस्तरीय बैठक में अमित शाह भी शामिल रहे।

प्रधानमंत्री और अमित शाह ने अधिकारियों को अस्पतालों में Covid-19 प्रबंधन को सुनिश्चत करने को कहा, साथ ही यह भी कहा कि ऑक्सीजन टैंकरों की निर्बाध गतिविधियों को सुनिश्चित करें, प्रधानमंत्री मोदी ने निर्देशित किया कि नियंत्रण कक्ष हर समय काम करते रहें, साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि जामनगर से आक्सीजन की आपूर्ति बाधित नहीं होने पाए, समय रहते राहत के उपाय करने के लिए स्थानीय समुदायों को भी शामिल किया जाए।

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