ISCPress

यह देश का सौभाग्य है कि पीएम मोदी जैसा नेता मिला: जयशंकर

यह देश का सौभाग्य है कि पीएम मोदी जैसा नेता मिला: जयशंकर

थाइलैंड दौरे पर पहुंचे जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बेहद दुरदर्शी और जमीन से जुड़े हुए नेता हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बारे में ये असाधारण है कि उन्हें कई चीजों की नब्ज मिलती है, जिसे वह नीतियों और कार्यक्रमों में बदल देते हैं।

जयशंकर ने कहा कि मुझे लगता है कि इस समय उनके (पीएम नरेंद्र मोदी) जैसा व्यक्ति पाना देश का बहुत बड़ा सौभाग्य है। मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि वह पीएम हैं और मैं उनके मंत्रिमंडल का सदस्य हूं… वह बहुत बड़े हैं।” समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से उन्होंने कहा, दूरदर्शी और जमीन से जुड़े और ईमानदारी से कहें तो ऐसे लोग जीवन में एक बार आते हैं।

यही नहीं, उन्होंने हनुमान को सर्वश्रेष्ठ राजनयिक भी बताया है। विदेश मंत्री ने बताया कि कैसे हनुमान एक ऐसे देश में गए जिसके बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं थी, उन्होंने सीता का पता लगाया, रावण की लंका में आग लगाई और माता सीता का मनोबल ऊंचा रखा।

विदेश मंत्री ने कहा कि अगर आप मुझसे पूछते हैं कि मेरे हिसाब से सबसे अच्छा राजनयिक कौन है, तो मेरा जवाब होगा, भगवान हनुमान। आप इसे एक देश के रूप में देखें तो वे (भगवान हनुमान) किसी अज्ञात व्यक्ति से निपट रहे हैं, जिसके बारे में उन्हें ज्यादा जानकारी नहीं है, आपको वहां जाना है, खुफिया जानकारी ढूंढनी है, माता सीता का पता लगाना ह।

जयशंकर ने कहा कि भगवान हनुमान गुप्त रूप से माता सीता से संपर्क साधते हैं, उनका मनोबल ऊंचा रखते हैं, अगर आप समग्रता से देखें, तो वे सफलतापूर्वक वापस आ जाते हैं। बता दें कि जयशंकर आसियान-भारत के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए इंडोनेशिया की राजधानी में हैं।

मालूम हो कि इससे पहले त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री विप्लब देव ने कहा था कि इंटरनेट और सैटेलाइट आज की नयी तकनीक नहीं है बल्कि यह महाभारत काल के जमाने से अस्तित्व में है। अगरतला में प्रगना भवन में कंप्यूटराइजेशन और सुधार पर आयोजित एक क्षेत्रीय वर्कशॉप को संबोधित करते हुए त्रिपुरा के पूर्व सीएम विप्लब देब ने कहा था कि इंटरनेट लाखों साल पहले भारत के द्वारा आविष्कार किया गया था।

उन्होंने तर्क देते हुए कहा था कि धृतराष्ट्र के सहयोगी संजय फिर कैसे अपने राजा को कुरुक्षेत्र में हो रही लड़ाई का पूर्ण विवरण दे पा रहे थे? इसका मतलब है कि इंटरनेट उस समय था, सैटेलाइट और तकनीक भी उस समय देश में मौजूद थे तभी ये संभव हुआ।

Exit mobile version