दूसरी तिमाही में कंपनियों की आमदनी में 5 से 6 प्रतिशत की बढ़त: क्रिसिल रिपोर्ट
घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की नई रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई-सितंबर 2025 की दूसरी तिमाही में भारतीय कंपनियों की कुल आमदनी में 5–6 प्रतिशत की हल्की बढ़त दर्ज की गई। लेकिन इसी अवधि में कंपनियों का मुनाफा लगभग 60 प्रतिशत घट गया। यह विश्लेषण 600 कंपनियों के प्रदर्शन पर आधारित है।
रिपोर्ट बताती है कि पावर, कोयला, आईटी सेवाएँ और स्टील जैसे सेक्टर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। नतीजतन आय में सीमित बढ़ोतरी हुई और मुनाफे पर दबाव बढ़ गया। इन धीमे सेक्टरों का हिस्सा कुल कॉर्पोरेट रेवेन्यू में एक-तिहाई से अधिक है, इसलिए इनकी सुस्ती से कुल वृद्धि भी प्रभावित हुई। हालांकि अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में वृद्धि 1 प्रतिशत अधिक रही।
भूराजनीतिक तनावों की वजह से आईटी सेवाओं के सेक्टर में प्रोजेक्ट लगातार टलते रहे, और इस क्षेत्र की आय सिर्फ 1 प्रतिशत बढ़ी। स्टील क्षेत्र में भले ही उत्पादन में 9 प्रतिशत वृद्धि हुई, लेकिन कीमतों में गिरावट के चलते आय में सिर्फ 4 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई। पावर सेक्टर की आय में भी केवल 1 प्रतिशत वृद्धि हुई। सामान्य से 108 प्रतिशत अधिक बारिश और नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी के कारण कोयले की मांग कम हुई, जिससे कोयला सेक्टर में लगभग कोई वृद्धि नहीं दिखी।
ऑटो और FMCG पर GST दरों का असर
क्रिसिल इंटेलिजेंस के डायरेक्टर पर्शन शर्मा ने बताया कि GST दरों में तर्कसंगत बदलाव से उपभोक्ताओं में यह उम्मीद बनी कि नया स्टॉक सस्ती कीमत पर मिलेगा, जिससे अस्थायी रूप से बाजार की मांग में कमी आई। खुदरा विक्रेता और डिस्ट्रीब्यूटर FMCG की खरीद को टालते रहे, और बढ़ी इन्वेंटरी तथा कमजोर रिटेल सेल्स ने ऑटो सेक्टर पर दबाव बढ़ा दिया।
शर्मा ने कहा कि इस अवधि में ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार देखा गया। अच्छी बारिश और खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने के सरकारी फैसले से किसानों का भरोसा बढ़ा। इसके चलते ट्रैक्टर और दोपहिया वाहनों की बिक्री बढ़ी। ट्रैक्टर निर्माताओं की आय में 36 प्रतिशत, और दोपहिया श्रेणी में 9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।
मार्जिन में गिरावट
दूसरी तिमाही में कंपनियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती मुनाफे को बनाए रखना रही। क्रिसिल के अनुसार ऑटोमोबाइल, फार्मा और एल्यूमिनियम सेक्टर की कंपनियाँ बढ़ी हुई लागत पूरी तरह उपभोक्ताओं पर नहीं डाल सकीं। रिपोर्ट कहती है कि एल्यूमिनियम की कीमतों में 11 प्रतिशत बढ़ोतरी ने ऑटो सेक्टर के मुनाफे के मार्जिन में 1 प्रतिशत की कमी ला दी।

