कांग्रेस का आरोप, महंगाई पर चर्चा से भाग रही है मोदी सरकार
संसद का मौजूदा सत्र अपने निर्धारित समय से पहले ही खत्म हो गया जिस पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज देश का सबसे बड़ा मुद्दा महंगाई है। पिछले कुछ दिनों में पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर ₹10 से भी अधिक की वृद्धि हुई है लेकिन केंद्र सरकार महंगाई पर कोई बातचीत करने के लिए ही तैयार नजर नहीं आ रही है।
संसद के दोनों सदनों की बैठक गुरुवार को अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित होने के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार महंगाई पर चर्चा करने से बच रही है। महंगाई के विषय पर चर्चा से भागने के लिए ही लोकसभा एवं राज्यसभा का सत्र अचानक स्थगित करवा दिया गया है।
किसानों के मुद्दे पर भी केंद्र सरकार पर हमलावर रुख अपनाते हुए मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि मोदी सरकार किसान संगठनों के साथ हुए समझौते के मुद्दे पर भी कोई चर्चा कराने के पक्ष में नहीं हैं। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मलिकार्जुन खडगे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों के दौरान पेट्रोल और डीजल के दामों में प्रति लीटर ₹10 से अधिक की बढ़ोतरी की गई है। रसोई गैस सिलेंडर पर ₹50 बढ़ा दिए गए हैं। प्रतिदिन सीएनजी के दाम भी बढ़ रहे हैं। उर्वरक के दाम भी तेज हुए हैं जिससे किसानों को दिक्कत हो रही है। आज महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है लेकिन केंद्र सरकार इस पर चर्चा से बचना चाहती है। हम महंगाई पर चर्चा चाहते थे लेकिन सरकार इसके लिए तैयार नहीं हुई।
नेता प्रतिपक्ष ने लोकसभा एवं राज्यसभा की बैठक को निर्धारित समय से पहले स्थगित कराने के आरोप लगाते हुए कहा के एजेंडे में यह था कि दोनों सदन शुक्रवार तक चलेंगे। हम तैयार थे, हमें लगता है कि सरकार किसानों और गरीबों और युवाओं की समस्या को सुलझाना ही नहीं चाहती है।
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी कहा कि सरकार और विपक्ष के बीच सदन चलाने के लिए चर्चा होती है। यह परंपरा है कि जब भी हम कोई मुद्दा उठाते हैं तो इस बारे में अध्यक्ष से आग्रह करते हैं या फिर बीएसी की बैठक में अपनी बात रखते हैं। हमने इस बैठक में दो मुद्दे रखे थे। हमने कहा था कि गृह मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय एवं विदेश मंत्रालय से संबंधित अनुदान की मांगों पर चर्चा होनी चाहिए। हमने नियम 193 के अंतर्गत यूक्रेन की स्थिति पर भी चर्चा की मांग की थी। साथ ही महंगाई पर चर्चा कराने के लिए सरकार से आग्रह किया था।
अधीर रंजन के अनुसार बीएसी की बैठक में तय हो गया था कि महंगाई पर चर्चा होगी लेकिन कल शाम को पता लगा कि सदन स्थगित होने वाला है। इसके बारे में पहले से जानकारी भी नहीं दी गई थी। सरकार महंगाई के मुद्दे पर चर्चा से भाग रही है। सरकार की मंशा यही है कि ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी, सदन स्थगित करा दो तो महंगाई पर चर्चा ही नहीं हो सकेगी। सरकार जवाबदेही से बचने के लिए सदन से भाग रही है।