धोखा देने वाले ‘आस्तीन के सांपों’ से कांग्रेस कार्यकर्ता सावधान रहें: दिग्विजय सिंह
मध्य प्रदेश: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण सभा में पार्टी कार्यकर्ताओं को चेताया और उनसे आग्रह किया कि वे पार्टी के भीतर मौजूद ‘आस्तीन के सांपों’ से सतर्क रहें। दिग्विजय सिंह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कांग्रेस पार्टी विभिन्न राज्यों में आंतरिक कलह और गुटबाजी से जूझ रही है। उन्होंने अपने भाषण में स्पष्ट रूप से कहा कि पार्टी को कमजोर करने वाले लोग कोई और नहीं, बल्कि वे ही हो सकते हैं जो पार्टी के भीतर रहकर खुद को निष्ठावान दिखाते हैं, लेकिन असल में पार्टी को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
कांग्रेस अपने सबसे कठिन दौर का सामना कर रही है
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज कांग्रेस को अपने सबसे कठिन दौर का सामना करना पड़ रहा है, और ऐसे में पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पार्टी के सिद्धांतों और विचारधारा के प्रति वफादार रहें और किसी भी कीमत पर पार्टी की एकता को बनाए रखें। उनका कहना था कि पार्टी को अंदर से कमजोर करने वाले तत्वों को पहचानने और उन्हें अलग-थलग करने की आवश्यकता है।
कांग्रेस ने हमेशा देश की सेवा और जनहित को प्राथमिकता दी
अपने संबोधन में दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास का भी जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस ने हमेशा देश की सेवा और जनहित को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास बलिदानों और संघर्षों से भरा हुआ है, और आज पार्टी के सामने जो चुनौतियाँ हैं, उन्हें भी मिलकर सामना करना होगा।
पार्टी को कमजोर करने वाले लोकतंत्र के लिए भी खतरा हैं
दिग्विजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को यह भी चेतावनी दी कि पार्टी के भीतर जो लोग अपने स्वार्थ के लिए दूसरों को गुमराह कर रहे हैं, उनसे सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग जो पार्टी को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, वे न केवल पार्टी के लिए बल्कि देश के लोकतंत्र के लिए भी खतरा हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे ऐसे धोखेबाजों को पहचानें और उन्हें किसी भी तरह की पार्टी विरोधी गतिविधियों से दूर रखें।
अपने भाषण के अंत में दिग्विजय सिंह ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस पार्टी का भविष्य कार्यकर्ताओं की एकता और समर्पण पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि यदि कार्यकर्ता सजग और संगठित रहेंगे, तो पार्टी किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है और आने वाले समय में फिर से अपनी पुरानी स्थिति को प्राप्त कर सकती है।
इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि दिग्विजय सिंह ने अपने भाषण के माध्यम से पार्टी के भीतर के उन असंतुष्ट तत्वों को सीधा संदेश देने का प्रयास किया है, जो पार्टी नेतृत्व के खिलाफ गतिविधियों में संलिप्त हो सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस चेतावनी के बाद कांग्रेस के अंदर किस प्रकार की प्रतिक्रियाएं सामने आती हैं और पार्टी अपने आंतरिक संकटों से कैसे निपटती है।