कांग्रेस 31 मार्च से शुरू करेगी महंगाई मुक्त भारत अभियान
देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस एक के बाद एक चुनाव में हार का सामना कर रही है। पार्टी में जारी नेतृत्व संकट एवं कार्यकर्ताओं को हताशा से उबारने के लिए कांग्रेस, सरकार को हर मुद्दे पर घेरकर अपना खोया जनाधार वापस पाने के प्रयास में लगी हुई है।
इसी क्रम में कांग्रेस 31 मार्च से 7 अप्रैल तक देश भर में महंगाई मुक्त भारत अभियान शुरू करते हुए केंद्र सरकार को घेरने की रणनीति बना रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार देश की जनता को निचोड़ कर अपना खजाना भरने में लगी हुई है।
सुरजेवाला ने कहा कि देशभर में लगातार बढ़ती महंगाई और तेल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी के खिलाफ प्रियंका गांधी और राहुल गांधी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लगातार तेल के दाम बढ़ाकर आम लोगों की जेब खाली करने में लगी हुई है। क्या मोदी सरकार को गरीबों की थोड़ी सी भी चिंता है ?
पिछले 5 दिन में लगातार चौथे दिन तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी पर सुरजेवाला ने बीजेपी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा पूरी बेशर्मी के साथ आम जनता को लूट रही है। राहुल गांधी ने भी लगातार बढ़ रही तेल कीमतों को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा के राजा महल में जाने की तैयारी कर रहा है जबकि जनता महंगाई के बोझ के तले दबी जा रही है।
राजा करे महल की तैयारी,
प्रजा बेचारी महंगाई की मारी pic.twitter.com/efg6geD4vb— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 26, 2022
बता दें कि पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पिछले काफी समय से तेल कीमतों में बढ़ोतरी नहीं हुई थी लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद पिछले 5 दिनों में 4 बार तेल की कीमतों में इजाफा हो चुका है। शनिवार को भी पेट्रोल और डीजल के दाम में 80 पैसे की बढ़ोतरी की गई है।
सरकार का कहना है कि रूस यूक्रेन युद्ध की वजह से तेल के दाम बढ़ रहे हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में इस मुद्दे पर देश के प्रथम प्रधानमंत्री नेहरू पर भी निशाना साधा था। सीतारमण ने कहा कि 1951 में कोरियाई युद्ध के कारण पंडित जवाहरलाल नेहरू कह सकते थे कि इसका असर भारत में महंगाई पर पड़ सकता है, लेकिन आज विश्व स्तर पर जुड़ी हुई दुनिया में अगर हम कहें कि युद्ध हमें प्रभावित कर रहा है तो यह स्वीकार नहीं किया जाता।