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बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने ‘खर्चे पर चर्चा’ मुहिम की शुरूआत की

बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने ‘खर्चे पर चर्चा’ मुहिम की शुरूआत की

नई दिल्लीं: पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर और सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, जिससे आम आदमी के लिए गुजारा करना मुश्किल हो गया है। बढ़ती महंगाई के कारण त्योहारों का रंग फीका पड़ गया है। इसी के खिलाफ महिला कांग्रेस ने राज्य के 288 विधानसभा क्षेत्रों में ‘खर्चे पर चर्चा’ मुहिम शुरू करने का ऐलान किया है, ताकि महंगाई पर काबू पाने में नाकाम सरकार का ध्यान आम नागरिकों की परेशानियों की ओर खींचा जा सके। इस मुहिम की शुरुआत शुक्रवार को मुंबई के वर्सोवा और चेंबूर विधानसभा क्षेत्रों से की गई।

महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा और मुंबई कांग्रेस की अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने शुक्रवार को दादर स्थित गांधी भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला कांग्रेस की राज्य अध्यक्ष सिंधिया सावले, मुंबई महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अनीशा बागल और भावना जैन के साथ कई पदाधिकारी मौजूद थे। “जनता महंगाई से बेहद परेशान है” इस मौके पर अलका लांबा ने मीडिया के प्रतिनिधियों से कहा, “त्योहारों के मौसम के बावजूद महंगाई आसमान छू रही है और आम परिवारों का घर चलाना बेहद मुश्किल हो गया है।

महंगाई के चलते महिलाओं के लिए घर चलाना कठिन
पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर और सब्जियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो गई है। जबरदस्त महंगाई के चलते महिलाओं के लिए घर चलाना कठिन हो गया है। बीजेपी चुनावों से पहले महंगाई कम करने का वादा करके महिलाओं को धोखा देती है। महंगाई की वजह से त्योहारों और समारोहों का रंग फीका पड़ गया है। इसी वजह से बीजेपी सरकार को जगाने और आम आदमी की इन समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए राज्यभर में ‘खर्चे पर चर्चा’ मुहिम शुरू की जा रही है क्योंकि जनता महंगाई से बेहद परेशान है।”

कांग्रेस शासित राज्यों में हर महीने 1500 से 2500 रुपये दिए जा रहे हैं
“कांग्रेस शासित राज्यों में हर महीने 1500 से 2500 रुपये दिए जा रहे हैं” अलका लांबा ने बीजेपी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, “कांग्रेस ने सत्ता में आने पर हर गरीब महिला के खाते में हर साल एक लाख रुपये देने का वादा किया था, लेकिन दुर्भाग्य से केंद्र में कांग्रेस की सरकार नहीं बन सकी। हालांकि, तेलंगाना में सत्ता में आने के बाद महिलाओं के बैंक खातों में हर महीने ढाई हजार रुपये, कर्नाटक में 2000 रुपये और हिमाचल प्रदेश में 1500 रुपये जमा किए जा रहे हैं। कांग्रेस की सरकार आते ही महिलाओं के लिए ‘महालक्ष्मी’ योजना शुरू की गई थी, लेकिन महाराष्ट्र में बीजेपी की महायुति सरकार ने चुनाव से पहले ‘सीएम लाडली बहन योजना’ शुरू की जिसमें भ्रष्टाचार हो रहा है।”

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “बैंकों ने कई महिलाओं के खातों से यह बहाना बनाकर पैसे निकाल लिए हैं कि खाते में बैलेंस नहीं है या कम है। एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के नाम से 30 आवेदन देकर पैसे हासिल किए हैं। इस योजना के विज्ञापनों पर सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, यह जनता के पैसे का गलत इस्तेमाल नहीं तो और क्या है?” उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्टील की थाली बजाते हुए कहा, “महंगाई के मुद्दे पर बीजेपी सरकार को जगाने के लिए थाली बजाकर ‘खर्चे पर चर्चा’ मुहिम शुरू की गई है। यह मुहिम राज्य के सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों के हर गांव और कस्बे में चलाई जाएगी। आज मुंबई के वर्सोवा और चेंबूर विधानसभा क्षेत्रों से इस मुहिम की शुरुआत की जा रही है।”

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