कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति की: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बजट अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्य सभा को संबोधित किया। उन्होंने फिर से कांग्रेस पर परिवारवादी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और मौजूदा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तरफ से उठाए गए सवालों का तीखा जवाब दिया।
पीएम मोदी ने संसद में कहा कि कांग्रेस ने तुष्टीकरण की राजनीति की और उससे ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद नहीं की जा सकती है। पीएम ने इस बात पर जोर दिया कि बीजेपी का विकास मॉडल ‘राष्ट्र प्रथम’ है, जबकि कांग्रेस के लिए यह ‘परिवार प्रथम’ है। उन्होंने लोकसभा में जहाँ से अपनी बात ख़त्म की थी, वहीं से आगे बढ़ते हुए कांग्रेस पर फिर से हमला किया।
उन्होंने कहा कि, कांग्रेस भीमराव आंबेडकर के नाम से चिढ़ती थी। जय भीम बोलने में कांग्रेस का मुंह सूख जाता था। उन्होंने पिछड़ी जाति आयोग को संवैधानिक दर्जा नहीं देने को लेकर भी कांग्रेस पर निशाना साधा। साथ ही विपक्षी दलों को निशाने पर लेते हुए कहा कि देश में इस समय केवल जातिवाद का जहर घोलने की कोशिश हो रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए समाज के हर वर्ग के लिए काम करने का दावा किया।
पीएम मोदी ने आरोप लगाया, ‘कांग्रेस ने राजनीति का एक ऐसा मॉडल तैयार किया था, जिसमें झूठ, फरेब, भ्रष्टाचार परिवारवाद, तुष्टिकरण आदि का घालमेल था। कांग्रेस के मॉडल में ‘फ़ैमिली फ़र्स्ट’ ही सर्वोपरि है। इसलिए, उनकी नीति-रीति, वाणी-वर्तन उस एक चीज को संभालने में ही खपता रहा है।’
उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस से ‘सबका साथ-सबका विकास’ की अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती होगी। ये उनकी सोच-समझ के बाहर है और उनके रोडमैप में भी ये शूट नहीं करता। क्योंकि जब इतना बड़ा दल, एक परिवार को समर्पित हो गया है, तो उसके लिए ‘सबका साथ-सबका विकास’ संभव ही नहीं है।”