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कृषि कानूनों के विरोध में मरने वाले किसानों के परिजनों को पीएम केयर्स फंड से मुआवजा दिया जाए: राउत

कृषि कानूनों के विरोध में मरने वाले किसानों के परिजनों को पीएम केयर्स फंड से मुआवजा दिया जाए: राउत

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि पिछले साल से अब तक तीन विवाद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करने के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हुई इसलिए मृतक के परिजनों को पीएम केयर्स फंड से वित्तीय सहायता दी जाए।

वार्ता भारती डॉट इन के अनुसार पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने कहा: नए कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आंदोलन करते हुए कुछ किसानों कि मौत हुई थी तो कुछ ने आत्महत्या कर ली और अन्य पुलिस फायरिंग में मारे गए थे इसके अलावा कुछ किसानों की लखीमपुर खीरी में भाजपा राज्य गृहमंत्री के बेटे द्वारा कुचलकर हत्या कर दी गई थी जो कृषि कानूनों का विरोध कर रहे थे।

शिवसेना सांसद ने कहा: “सरकार को अब अपनी गलती का एहसास हो गया है और उसने कृषि कानूनों को वापस ले लिया है। लेकिन सिर्फ क़ानून को वापस लेना से काम नहीं चलेगा बल्कि जिन किसानों ने अब तक इस आंदोलन में अपनी जान गंवाई है उनको पीएम फंड से मुआवज़ा दिया जाना चाहिए

ग़ौर तलब है कि देश के विभिन्न हिस्सों से ये मांग उठ रही है कि एक साल आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिया जाए.

शिवसेना सांसद ने ने कहा कि “बेहिसाब पैसा” पीएम केयर्स फंड में पड़ा है, इन पैसे का इस्तेमाल मृतक किसानों के परिजनों के लिए अनुग्रह राशि के रूप में किया जाना चाहिए।

उन्होंने स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री के भाषण का जिक्र करते हुए कहा, “किसानों से सिर्फ माफी मांगना काफी नहीं है। उनके परिवारों का समर्थन करना महत्वपूर्ण है।”

सर्जरी के बाद अस्पताल में स्वस्थ हो रहे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के स्वास्थ्य के बारे में पूछे जाने पर राउत ने कहा कि ठाकरे के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। उन्होंने बताया कि ‘मैंने कल (शनिवार) उद्धव जी से बात की थी। हमें लगता है कि उन्हें पूरी तरह से ठीक हो जाना चाहिए और फिर काम पर लौटना चाहिए।’

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