कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा कि राम मंदिर के नाम पर चंदा जमा करने की आड़ में देश भर में वही काम किया जा रहा है जो हिटलर के समय में नाज़ियों ने किया था। कुमारस्वामी ने कहा है कि जो लोग राम मंदिर के लिए चंदा दे रहे हैं और जो लोग चंदा नहीं दे रहे, उनके घर चिह्नित किए जा रहे हैं।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा है कि ऐसा हमने सुना है। उन्होंने कहा है कि यह कुछ उसी तरह है जैसे हिटलर के समय में नाजियों और यहूदियों की लड़ाई में लाखों लोग मारे गए थे। जेडीएस नेता ने यह भी कहा कि पता नहीं कहां विकास हो रहा है और हमारा देश कहां पहुंचेगा।
याद रहे कि अयोध्या में राम मंदिर मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया था। इसके बाद सरकार ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास का गठन भी कर दिया था। देशभर में राम मंदिर के निर्माण के लिए चंदा जुटाने का अभियान चल रहा है। एक महीने से भी कम समय में रिकॉर्ड चंदा एकत्रित होने के दावे किए जा रहे हैं ।
चंदा एकत्रित करने के इस मेगा अभियान में करीब डेढ़ लाख टोलियां जुटी हैं। इन डेढ़ लाख टोलियों की ओर से संग्रहित किए जा रहे चंदे को बैंक में डिपॉजिट करने का कार्य 37 हजार लोग कर रहे हैं। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने हाल ही में कहा था कि चंदे का सटीक अनुमान लगाना मुश्किल है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा था कि अनुमान है कि अब तक 1000 करोड़ रुपये से अधिक की सहयोग राशि बैंक खाते में आ चुकी है।