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चंपई सोरेन ने बचाई सरकार, फ्लोर टेस्ट में विश्वासमत हासिल

चंपई सोरेन ने बचाई सरकार, फ्लोर टेस्ट में विश्वासमत हासिल 

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने दो फरवरी को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और बहुमत साबित करने के लिए 5 फरवरी की तारीख तय हुई थी। आज चंपई सोरेन ने सोमवार (5 फरवरी) को विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। विश्वासमत के प्रस्ताव के पक्ष में 47 वोट पड़े। वहीं इसके खिलाफ 29 वोट पड़े।

चंपई सोरेन ने आज विश्वास मत पेश किया और इसके बाद इस पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा की शुरुआत चंपई सोरेन ने की और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। अपने अभिभाषण की शुरुआत ही पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की तारीफ से की। चंपई सोरेन ने कहा कि कोरोना काल में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार ने काफी अच्छा काम किया। हेमंत बाबू की सरकार ने स्वाथ्य के क्षेत्र में काफी अच्छा काम किया। झारखंड में पिछली डबल ईंजन की सरकार में अस्पतालों में वेंटिलेटर तक नहीं थी।

हेमंत बाबू की सरकार ने कोरोना काल में राज्य के किसी निवासी को ना तो भूख से मरने दिया। कोरोना में जिस तरह से लॉकडाउन हुआ, उस वजह से मजदूरों के सामने काफी संकट पैदा हुआ, जो मजदूर जहां था, वहीं रह गए। हेमंत बाबू की सरकार ने किसी भी प्रवासी मजदूर को दिक्कत नहीं होने दिया। जो मजदूर चप्पल और लूंगी पहनते थे उन्हें हवाई जहाज से घर लाने का काम किया।

उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की. इसमें हमने उन्हें असफल कर दिया। सोरेन ने कहा, ”बीजेपी हेमंत सोरेन को झूठे मामलों में फंसाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है। चंपई सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन को झूठे केस में फंसाया गया, हम सीएम रहते हुए किए गए उनकी योजनाओं को आगे बढ़ाएंगे।

हेमंत बाबू के नेतृत्व में करीब चार साल सरकार चली। डेढ़ सौ साल से झारखंड की खनिज संपदा का खनन हो रहा है। लेकिन यहां के किसी आदिवासी समाज के किसी नागरिक ने एक भी खनिज संपदा को नहीं छूआ है। बल्कि यहां का खनिज संपदा गुजरात और मुंबई जाता रहा है। जिस इलाके में खनन हुआ, वह इलाका ड्राई हो गया। हेमंत सरकार ने आदिवासी और मूलवासियों की समस्याओं को देर करने की कोशिश करती रही।

इसके बाद हेमंत सोरेन ने केंद्र सरकार, राज्यपाल और बीजेपी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, ”मैं बीजेपी को मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप साबित करने की चुनौती देता हूं, अगर आरोप साबित हुए तो राजनीति छोड़ दूंगा। राजनीति से संन्यास ही नहीं झारखंड छोड़ दूंगा। उन्होंने कहा कि आंसू नहीं बहाऊंगा, उचित समय आने पर ‘सामंती ताकतों’ को मुंहतोड़ जवाब देंगे। केंद्र की साजिश रचे जाने के बाद राजभवन ने मेरी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभायी।

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