देश के धन का फायदा किसे हो रहा ये समझने के लिए जातीय जनगणना ज़रूरी: राहुल गांधी
महाराष्ट्र: सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, “आप लोगों के DNA में हमारी विचारधारा है और लड़ाई विचारधारा की है जो आप हिंदुस्तान में देख रहे हैं ये केवल राजनीति नहीं है। पहले राजनीति चलती है आज हिंदुस्तान में विचारधाराओं का युद्ध चल रहा है। एक ओर कांग्रेस पार्टी और दूसरी तरफ बीजेपी। हम सामाजिक विकास चाहते हैं, हम सबको जोड़कर साथ आगे बढ़ना चाहते हैं और वो लोग चाहते हैं कि चुने हुए लोगों को ही फायदा मिले। इसी बात की लड़ाई हमारे बीच में है और आपको ये पूरे देश में दिखेगा।”
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार शाम को प्रयागराज में कहा था कि देश में हुनर की इज्जत नहीं है। हम देश में 50 प्रतिशत आरक्षण का बैरियर उखाड़ फेंकेंगे। इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन (एएमए) सभागार में संविधान सम्मान सम्मेलन में बतौर मुख्य वक्ता कांग्रेस नेता ने कहा कि अनलिमिटेड स्किल है, 30-40 साल का अनुभव वाले पूछे नहीं जा रहे हैं। ऐसे 90 परसेंट लोग सिस्टम से बाहर बैठे हैं, ऐसे में देश कैसे महाशक्ति बन जाएगा?
राहुल गांधी ने कहा कि मैंने लोकसभा में कहा है कि कुछ भी हो जाए जातीय जनगणना करवाएगी तो कांग्रेस पार्टी और हमारा गठबंधन करवाएगा। क्योंकि हम देश की सच्चाई समझना चाहते हैं कि इस देश के धन का फायदा किस वर्ग को हो रहा है? बता दें कि, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हो गई है। आने वाले समय में दो अन्य राज्यों में चुनाव होने हैं। इससे पहले मंडी से बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने जातिगत गणना नहीं कराने को लेकर जो बयान दिया है, उससे बीजेपी बैकफुट और विपक्षी खेमा फ्रंटफुट पर है।
पिछले कुछ दिनों में अगर आप राहुल गांधी के बयानों पर गौर करेंगे तो हर बात, हर मुद्दे को वह कहीं ना कहीं दलित, आदिवासियों और पिछड़ों से जोड़ते नजर आ रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि संविधान बदल देंगे, आरक्षण नहीं देंगे, अब उस लड़ाई में एक नया आयाम जुड़ता दिखाई दे रहा है। कोई भी मुद्दा हो, कोई भी मंच हो राहुल गांधी जातिगत जनगणना की बात करते हुए नजर आते हैं।