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सीएए कानून किसी भी सूरत में वापस नहीं लिया जाएगा: अमित शाह

सीएए कानून किसी भी सूरत में वापस नहीं लिया जाएगा: अमित शाह

देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध कर रहे लोगों और विपक्ष को गृह मंत्री अमित शाह ने कड़ा जवाब दिया। लखनऊ में मंगलवार को सीएए के समर्थन में आयोजित रैली को संबोधित हुए अमित शाह ने कहा कि मैं लखनऊ की धरती से यह घोषणा करता हूं कि जिसे सीएए का विरोध करना है, करते रहे, ये ये सिटीजन बिल किसी भी कीमत पर अब वापस नहीं होगा।

अमित शाह ने कहा, ‘सीएए कानून कभी वापस नहीं लिया जाएगा। हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना हमारा संप्रभु अधिकार है, हम इससे कभी समझौता नहीं करेंगे। इससे पहले अमित शाह ने मंगलवार को आश्वासन दिया था कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम में किसी की भी नागरिकता छीनने का कोई प्रावधान नहीं है।

इससे पहले सामाचार एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में गृहमंत्री ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की टिप्पणी पर बात की। उन्होंने कहा, “वह दिन दूर नहीं, जब बीजेपी वहां (पश्चिम बंगाल) सत्ता में आएगी और घुसपैठ रोकेगी। अगर आप इस तरह की राजनीति करते हैं और इतने महत्वपूर्ण राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दे के साथ, आप तुष्टीकरण की राजनीति करके घुसपैठ की अनुमति देते हैं और इसका विरोध करते हैं।” शरणार्थियों को नागरिकता नहीं मिलेगी तो लोग आपके साथ नहीं रहेंगे।

उन्होंने विपक्ष की ओर से लगाए गए भाजपा सीएए के माध्यम से एक नया वोट बैंक बना रही है वाले आरोप पर कहा कि विपक्ष के पास और कोई काम नहीं है…’उनका इतिहास है जो बोलते हैं वो करते नहीं, मोदी जी का इतिहास है जो बीजेपी या पीएम मोदी ने कहा वो पत्थर की लकीर है। मोदी की हर गारंटी पूरी होती है।

उन्होंने यहां तक कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक में राजनीतिक लाभ था, तो क्या हमें आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करनी चाहिए? उन्होंने यह भी कहा कि अनुच्छेद 370 को हटाना भी हमारे राजनीतिक लाभ के लिए था। हम 1950 से कह रहे हैं कि हम धारा 370 हटा देंगे। ‘उनका इतिहास है जो बोलते हैं करते नहीं हैं, मोदी जी का इतिहास है जो बीजेपी या पीएम मोदी ने कहा वो पत्थर की लकीर है। मोदी की हर गारंटी पूरी होती है..’ ।”

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