केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीसरा बजट पेश किया जिसमे किसानों के लिए कृषि लोन (Agriculture Loan) की लिमिट को बढ़ा दिया है। सरकार ने इस बार किसानों को 16.5 लाख करोड़ तक लोन देने का लक्ष्य तय किया है लेकिन इस बजट से नौकरीपेशा कर रहे लोगों को मायूसी हाथ लगी है. क्योंकि इस बजट में इनकम टैक्स स्लैब (Income Tax Slab) में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है, जबकि नौकरी पेशा लोग कोरोना संकट की वजह से आयकर में छूट की उम्मीद लगाए हुए थे. वित्त मंत्री ने सिर्फ 75 से ज्यादा उम्र के सीनियर सिटिजन्स को ही इसमें राहत देते हुए उन्हें इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने से मुक्त कर दिया है.
वित्त मंत्री ने आज बजट पेश करते हुए घोषणा की कि सरकार 75 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों पर पड़ने वाला दबाव कम करने जा रही है. क्योंकि “75 साल से अधिक के उन बुजुर्गों जिनकी आय का स्रोत सिर्फ पेंशन है, उन्हें अब इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरना होगा.
साथ ही ” वित्त मंत्री ने NRI लोगों को टैक्स भरने में होने वाली परेशानियों को द्खते हुए उन्हें डबल टैक्स सिस्टम से छूट देने का ऐलान किया है.
पिछले साल जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया था उस समय उन्होंने इनकम टैक्स स्लैब में बड़ा बदलाव करते हुए नए स्लैब की घोषणा की थी. पिछले बजट के अनुसार और अभी देश में मौजूदा टैक्स की दरें इस प्रकार हैं-
– 5 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं
– 5 से 7.5 लाख: 10%,
– 7.5 से 10 लाख: 15%
– 10 से 12.5 लाख की आय पर अब 20% टैक्स
– 12.5 लाख से 15 लाख तक 25% टैक्स