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हमें सत्ता में लाएं, पुरानी पेंशन योजना लागू करेंगे: उद्धव ठाकरे

हमें सत्ता में लाएं, पुरानी पेंशन योजना लागू करेंगे: उद्धव ठाकरे

मुंबई: रविवार को आयोजित एक सभा में महाविकास अघाड़ी के नेताओं ने पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का वादा किया। शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकारी कर्मचारियों द्वारा आयोजित इस बैठक में कहा कि “लोकसभा में निर्मला सीतारमण ने कहा था कि पुरानी पेंशन योजना लागू नहीं की जाएगी। इसलिए, अगर महायूति सरकार इसे लागू करने की घोषणा भी कर दे, तो भी आपको कुछ नहीं मिलेगा। दिल्ली से पूछे बिना वे कुछ नहीं कर सकते।”

मैं टोपी नहीं पहनता, इसलिए लोगों को भी टोपी नहीं पहनाता
उन्होंने कहा, “मैं टोपी नहीं पहनता, इसलिए लोगों को भी टोपी नहीं पहनाता, टोपीबाजी शिंदे को आती है। अगर हम सत्ता में आए, तो आपको जो पेंशन योजना चाहिए, वही दी जाएगी।” मुख्यमंत्री पद को लेकर महायूति की आलोचनाओं पर पलटवार करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, “मुझे मुख्यमंत्री बनने के सपने नहीं दिखते। हमें सत्ता की परवाह नहीं है, हमें आपकी परवाह है। महाराष्ट्र के हर परिवार की परवाह है। हमारे लिए महाराष्ट्र का मतलब आप लोग हैं।”

सत्ताधारी लोग विभाजन की राजनीति कर रहे हैं
उन्होंने मुख्यमंत्री शिंदे पर कटाक्ष करते हुए कहा, “मुझे फिल्म दीवार का एक डायलॉग याद आता है, शिंदे और उनके लोग कहते हैं, मेरे पास पार्टी है, मेरे पास सत्ता है, तेरे पास क्या है? तो अमिताभ बच्चन ने ऐसे लोगों को कहा है, ‘मेरे पास मां है।’ मैं कहता हूं, मेरे पास ईमान है।” उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि “सत्ताधारी लोग विभाजन की राजनीति कर रहे हैं, इसलिए अब समय आ गया है कि आप उन्हें टेंशन दें। शिंदे और उनके चमचे मेरी भाषण सुनते हैं, मैं वादा करता हूं कि हमारी सरकार बनने पर आपके सभी मांगों को पूरा किया जाएगा। मेरा यह वादा सुनकर उनके पसीने छूट जाएंगे, हो सकता है वे इमरजेंसी में कैबिनेट बैठक बुलाकर घोषणा भी कर दें।”

पहली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा
पुरानी पेंशन योजना को लेकर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी सभा को संबोधित किया और आश्वासन दिया कि हमारी सरकार बनते ही पहली कैबिनेट बैठक में पुरानी पेंशन योजना को बहाल किया जाएगा। नाना पटोले ने कहा कि यह सरकारी कर्मचारियों का अधिकार है और भाजपा सरकार इसे लागू न करने के बहाने बना रही है। उन्होंने सवाल किया कि अनिल अंबानी के 1700 करोड़ रुपये का कर्ज माफ करते समय खजाने पर कोई असर नहीं पड़ा?

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में 2.5 लाख सरकारी पद खाली हैं, जिन्हें मौजूदा सरकार भरने में विफल रही है। कांग्रेस सरकार आने पर इन पदों को भरा जाएगा। इस सभा में अन्य प्रमुख नेताओं जैसे सुधाकर आडबाले, अभिजीत वंजारी, सत्यजीत तांबे, किरण सरनाइक, रवीकांत टोपकर और नितीश खांडेकर ने भी भाग लिया।

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