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ब्रह्मणों ने किया योगी सरकार का पिंडदान, अब दर्ज कराई शिकायत

दलन छपरा गांव के निवासी पांच ब्राम्हणों मंटू पांडेय, राम दर्शन पांडेय, सुधाकर मिश्रा, श्रीकृष्ण पांडेय और सत्यसेन तिवारी ने रेवती थाने में तहरीर देकर शिकायत दर्ज कराई थी कि समाजवादी पार्टी के तथाकथित कार्यकर्ता ने उनसे योगी सरकार का पिंडदान कराया है।

इस रिपोर्ट के आधार पर योगी सरकार का पिंडदान करने वाले कथित समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें कई लोग नजर आ रहे हैं। पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार, ब्राह्मणों को धोखे से बुलाकर गंगा घाट पर योगी सरकार का पिंडदान कराने की शिकायत मिली थी।

रिपोर्ट के अनुसार उक्त ब्राह्मणों ने अपनी शिकायत में कहा है कि साहब! हमें धोखे से गंगा घाट पर बुलाया, माला पहनाई, पांव भी धोए, दान-दक्षिणा भी दी और हमारे आने के बाद वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो रखकर प्रदेश सरकार का पिंडदान कर दिया। यही नहीं सुनियोजित तरीके से पूरे कार्यक्रम का वीडियो व फोटो बनवाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर कथित सपा नेता ब्रजेश यादव को हिरासत में लिया है।

योगी सरकार का पिंडदान कराने वाले पांचों ब्राम्हणों ने तहरीर में कहा है कि बीते आठ मार्च को गांव के ही बृजेश यादव पुत्र बलिराम यादव हमारे दरवाजे पर आए। उन्होंने कहा कि गंगा पूजन कराना चाहते हैं। गांव के होने के कारण हम तैयार हो गए। इसके बाद ब्रजेश व उनके भाई बबलू यादव हमें अपनी कार से पचरुखिया गंगा घाट पर ले गए। वहां गंगा पूजन किया और दान दक्षिणा देकर वापस भेज दिया।

इस दौरान पूरे कार्यक्रम का वीडियो बनाया गया और फोटो खींचे गए। जब हम लोग वहां से लौट आए तो वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो रखकर पिंडदान कर दिया और हमारे पांव पूजन आदि के वीडियो के साथ उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। जब गांव के लोगों से हमें इसकी जानकारी हुई तो हम अपने को आहत व ठगा महसूस कर रहे हैं। इस प्रकार झूठ का सहारा लेकर झांसा देकर धोखा देना और खुद पापुलर होने के लिए ऐसा कृत्य करना दंडनीय अपराध है। कार्रवाई कर हमें न्याय दिलाएं। रेवती थाना प्रभारी यादवेंद्र पांडेय ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद शांति भंग होने की आशंका में ब्रजेश यादव को हिरासत में लिया गया है। अभी पूछताछ की जा रही है। मामला सही पाए जाने के बाद अधिकारियों के निर्देश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

 

 

 

 

 

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