चुनाव में बीजेपी को राम के नाम का फायदा नहीं मिलेगा: अफ़ज़ाल अंसारी
समाजवादी पार्टी ने सोमवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से 11 और उम्मीदवारों की घोषणा की। प्रत्याशियों की सूची में बहुजन समाज पार्टी के सांसद अफ़ज़ाल अंसारी का नाम भी शामिल है। इस बीच अफ़ज़ाल अंसारी ने कई विफोटक बयान दिए हैं। अंसारी ने आगामी लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का दावा करते हुए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा है।
लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की तरफ से टिकट मिलने के बाद अफ़ज़ाल अंसारी ने एक बयान दिया और कहा कि वो जमीन बेचकर भी चुनाव लड़ेंगे। अफ़ज़ाल अंसारी कहते हैं, ‘गाजीपुर की जनता इस बार हिसाब पूरा करेगी। इस बार बाप-दादाओं की जमीन बेचकर लड़ेंगे चुनाव। बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अफ़ज़ाल अंसारी ने गाजीपुर से जीत हासिल की थी।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, ‘सरकारी मशीनरी के जरिए हमें लूटा गया। घर के महिलाओं को, हमारे बच्चों को सबको अपमानित किया गया, सबको लूटा गया। हमारे परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाया गया। हमें बर्बाद करने की कोशिश की गई। हमारे परिवार के लोगों को उग्रवादी कहा जाता है।’
अफ़ज़ाल अंसारी ने राम मंदिर पर भी खुल कर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा, राम मंदिर सबकी आस्था का प्रतीक हैं। राम पर कोई विवाद नहीं है, लेकिन राम के नाम का फायदा उनको (बीजेपी) नहीं मिलेगा।
अफ़ज़ाल अंसारी का राजनीतिक कैरियर
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में जन्मे अफ़ज़ाल अंसारी जेल में बंद मुख्तार अंसारी के भाई हैं। उनके पिता सुभानुल्लाह अंसारी मोहम्मदाबाद नगर पालिका परिषद के चेयरमैन रह चुके हैं। अफ़ज़ाल अंसारी ने कम्युनिस्ट पार्टी के साथ राजनीतिक सफर शुरू किया था। 1985 के विधानसभा चुनाव में उन्हें मुहम्मदाबाद से पहली बार जीत मिली और फिर लगातार जीतते चले गए। वो पांच बार विधायक रहे हैं, जबकि दो बार सांसद चुने गए।