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भाजपा वोट के लिए तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान का मुद्दा उठाती है:महबूबा

भाजपा वोट हासिल करने के लिए तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान का मुद्दा उठाती है: महबूबा

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी पर करारा हमला करते हुए कहा कि भाजपा वोट हासिल करने के लिए तालिबान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मुद्दों को उठाती है उन्होंने ये भी कहा कि भगवा पार्टी का सात साल का शासन देश के लोगों के लिए मुसीबत लाया है और इसने जम्मू कश्मीर को ‘बर्बाद’ कर दिया.

जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकाल में हिंदू नहीं, बल्कि लोकतंत्र और भारत खतरे में है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पिछले 70 वर्षों के सभी ‘‘अच्छे काम” को भाजपा बर्बाद करने पर तुली है और भगवा पार्टी ने देश के संसाधनों को बेचना शुरू कर दिया है.

पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ दल ने विपक्षी दलों के विधायकों को ‘‘खरीदने या डराने” के लिए अपना खजाना भरने के वास्ते आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को बढ़ाना शुरू कर दिया है.

मुफ़्ती ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र में भाजपा नीत सरकार अपनी तिजोरी भरने के लिए पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा रही है, कर लगाए गए हैं और अपने प्रचार पर वह करोड़ों रुपये का इस्तेमाल कर रही है. .”

पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने आलोचकों पर कटाक्ष किया और कहा कि तालिबान का उल्लेख करने भर से किसी को ‘‘राष्ट्र-विरोधी” करार दिया जाता है और बहस तथा चर्चाएं शुरू हो जाती हैं, जबकि किसानों के आंदोलन, महंगाई और सार्वजनिक महत्व के अन्य मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए.

पीडीपी की युवा इकाई द्वारा आयोजित रैली को संबोधित करते हुए मुफ्ती ने कहा, ‘‘आज के समय मेंजम्मू-कश्मीर संकट में है और यही हाल देश का है…वो(भाजपा) कहती है कि हिंदू खतरे में हैं लेकिन हिंदू खतरे में नहीं हैं. बल्कि भाजपा की वजह से भारत और लोकतंत्र खतरे में हैं.”

मुफ्ती ने कहा: भाजपा ने कुछ काम तो किया नहीं है कि वो उसे जनता को बताएं इसलिए वो वोट हासिल करने के लिए पाकिस्तान और जम्मू कश्मीर का इस्तेमाल करेंगे. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को तबाह कर दिया है और उन लोगों पर अत्याचार करने के लिए लाठियों का इस्तेमाल कर रहे हैं जिन्हें अपने अधिकारों के लिए खुलकर बोलने की अनुमति नहीं है.” उन्होंने कहा, ‘‘किसानों का आंदोलन, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और अन्य मुद्दों पर हमारी बहस केंद्रित होनी चाहिए थी, लेकिन इन अहम मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं होती. चूंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाला है, इसलिए तालिबान व अफगानिस्तान पर चर्चा होगी.”

 

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