कृषि कानूनों (Farm Laws) के रद्द करने को लेकर किसान पिछले 63दिनों से आंदोलन कर रहे हैं गणतंत्र दिवस को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली जिसमे कुछ हिंसक झड़प भी हुई। लाल किले से लेकर आईटीओ किसानो और पुलिस में टकराव की स्थिति देखने को मिली। किसानो का कहना है कि हमको पुलिस ने वो रास्ता नहीं दिया जिसको उन्होंने हमें कागज़ पर लिख कर दिया है जिस रास्ते को पुलिस ने लिख कर दिया था उसको रातो रात बंद कर दिया गया था
इस बीच भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कल हुई घटना पर प्रतिकिर्या देते हुए ट्वीट किया उन्होंने सोशल मीडिया में चल रही खबरों के आधार पर शक जताते हुए कहा कि लाल किले पर जो बवाल हुआ, उसमें पीएमओ के करीबी भाजपा नेता का हाथ रहा है।
स्वामी ने कहा, “एक गूंज चल रही है, शायद झूठी हो सकती है या दुश्मनों की झूठी आईडी से चलाई गई है कि पीएमओ के करीबी भाजपा के एक सदस्य ने लाल किले में चल रहे ड्रामे में भड़काऊ व्यक्ति के तौर पर काम किया। चेक कर के जानकारी दें।”
There is a buzz, could be fake, or fake IDs of enemies that a BJP member close to high places in PMO acted as a agent provocateur in the Red Fort drama. Please check out and inform
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 27, 2021
साथ ही भाजपा नेता स्वामी ने किसान आंदोलन में शामिल रहे दीप सिद्धू से जुड़े एक ट्वीट को रिट्वीट भी किया। इसमें कहा गया था कि लाल किले की हिंसा में आरोपी दीप सिद्धू भाजपा सांसद सनी देओल का कैंपेन मैनेजर रह चुका है।
राज्यसभा से भाजपा सांसद स्वामी ने एक और ट्वीट करते हुए लिखा कि इस घटना से पीएम मोदी और अमित शाह की छवि को नुकसान पहुंचा है। साथ ही प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने भी अपना सम्मान खो दिया है।उन्होंने पंजाब की कांग्रेस सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।
ट्विटर पर दीप सिद्धू के भाजपा से जुड़े होने की खबरें ट्रेंड कर रहीं हैं। किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का भी कहना है कि दीप सिद्धू सिख नहीं हैं। बल्कि वे भाजपा के कार्यकर्ता हैं।
साथ भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चंढूनी का कहना है कि “किसान संगठनों का लाल किले पर जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था। दीप सिद्धू ने किसानों को भड़काया और आउटर रिंग रोड से लाल किला तक ले गए