फसाद फैलाने एवं धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने में उस्ताद है भाजपा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री कुलस्ते पर पर पलटवार किया है।
फसाद फैलाने एवं धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने के भाजपा पर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री फगन सिंह कुलस्ते के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि संघ और भाजपा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने में मास्टर हैं।
उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा देश में दंगे फसाद भड़काने, समाज में जहर घोलने का काम आजादी से पहले से ही करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को शासन चलाना नहीं आता, वह अस्थिरता पैदा करते हैं। वह आजादी के पहले से ही समाज में जहर घोलते आ रहे हैं एवं देश में दंगे भड़का रहे हैं । भाजपा के शासन में देश की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो रहा है वहजिस तरीके की घटनाएं कर रहे हैं उससे लगातार उनका चेहरा उजागर होता जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री फगन सिंह कुलस्ते के बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भी कहा कि अगर केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ईमानदारी के साथ इतिहास का अध्ययन करें तो उन्हें मालूम होगा कि देश में हुई सभी सांप्रदायिक घटनाओं में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से संघ और भाजपा की भूमिका रही है।
शुक्ल ने कहा कि धर्म तमाम देशवासियों के लिए व्यक्तिगत आस्था का मुद्दा है लेकिन भाजपा और संघ के लिए धर्म एक राजनीतिक हथियार है और कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि देश की एकता एवं अखंडता की रक्षा के साथ-साथ सामाजिक न्याय को सुनिश्चित करना एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल का मुख्य कर्तव्य होता है लेकिन भाजपा और आरएसएस का मुख्य कर्तव्य अज्ञानता फैलाना, संप्रदायिक उन्माद फैलाना , संकीर्णता का प्रचार और भारत की एकता को नष्ट करना है।
सुशील आनंद ने कहा कि देश के केंद्रीय मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद पर विराजमान कुलस्ते ने शपथ लेकर देश की हर जाति, संप्रदाय एवं धर्म के लोगों के हितों की रक्षा का वचन दिया था लेकिन वह अपने संवैधानिक कर्तव्यों को भूल कर धार्मिक जहर फैलाने वाले बयान दे रहे हैं।
याद रहे कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री न कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि जहां-जहां कांग्रेस की सरकार है वहां वहां तनाव एवं धार्मिक विद्वेष का वातावरण है। उत्तर प्रदेश सरकार का गुणगान करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि जहां कभी गुंडाराज की छवि थी वहां योगी सरकार बनने के बाद से ही कानून का राज है। अगर उत्तर प्रदेश में कोई भी व्यक्ति तनाव फैलाने वाला काम करता है या वह सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करता है तो सरकार उससे सख्ती से निपटती है।