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अमेरिका में राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने किया पलटवार

अमेरिका में राहुल गांधी के बयान पर भाजपा ने किया पलटवार

राहुल गांधी: अमेरिका में प्रवासी भारतीयों से खचाखच भरे हॉल में राहुल गांधी द्वारा भाजपा और आरएसएस की आलोचना पर भाजपा तिलमिला गई है। उनके बयान पर भाजपा काफी नाराजगी पाई जा रही है। उसने राहुल के इस बयान पर कि, लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद से लोगों में भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का डर खत्म हो गया है। भाजपा का वैचारिक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) मानता है कि भारत एक विचार है, जबकि उनकी पार्टी का मानना ​​है कि भारत विचारों की बहुलता वाला देश है, चौतरफा हमला शुरू कर दिया है।

राहुल गांधी के इस बयान पर मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग का कहना है, ”कांग्रेस की नीति भारत को राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करना, सनातन धर्म का मजाक उड़ाना और बीजेपी और आरएसएस की प्रतिष्ठा को धूमिल करना है। यह बहुत शर्मनाक है। राहुल गांधी को इस पर विचार करना चाहिए। अमेरिका में मंच, यह उनकी वजह से नहीं बल्कि इसलिए है क्योंकि वह दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में विपक्ष के नेता हैं। अंतरराष्ट्रीय मंच पर उन्हें भारत के बारे में विवादास्पद बयान देने से बचना चाहिए…।”

आरएसएस के बारे में पूरी दुनिया जानती है: मुख्तार अब्बास नकवी
भाजपा में हाशिये पर लगाये जा चुके मुख्तार अब्बास नकवी को भी बयान देने का मौका मिल गया। नकवी ने कहा- “जब कोई असुरक्षित होता है, तो वे अक्सर दूसरों को प्रमाणित करने या उनका मूल्यांकन करने की कोशिश करते हैं, दावा करते हैं कि वे किसी से नहीं डरते हैं। आपको तवज्जो देने की कोई आवश्यकता नहीं है। आरएसएस को प्रमाणपत्र ऐसे लोगों से नहीं चाहिए। आरएसएस के बारे में पूरी दुनिया जानती है और भारत भी जानता है…।”’

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा- “…अगर अपनी दादी के पास जाकर आरएसएस की भूमिका के बारे में पूछने की कोई तकनीक है, तो जाकर पूछें या इतिहास के पन्नों में देखें। आरएसएस के बारे में जानना है तो राहुल गांधी को कई जन्म लेना होगा। एक गद्दार RSS को नहीं जान सकता भारत के मूल्यों और संस्कृति को।”

भाजपा नेताओं के बयान पर विपक्ष का करारा जवाब
सीपीआई नेता कॉमरेड डी. राजा ने कहा- राहुल गांधी ने आरएसएस के बारे में जो कहा, उसमें मुझे एक बात नजर आई। आरएसएस एक विचारधारा है जो विभाजनकारी, सांप्रदायिक, सांप्रदायिक और फासीवादी है। यह भारत के लोगों पर एक अखंड, असहिष्णु, सामाजिक-राजनीतिक व्यवस्था थोपने की कोशिश करता है। यह सर्वविदित है कि आरएसएस मनुस्मृति में विश्वास करता है जो भारत में जाति व्यवस्था, महिलाओं के दमन को कायम रखता है। यही राहुल गांधी ने कहा है, हम भी लंबे समय से यही कह रहे हैं।

भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, राहुल गांधी ने यही तो कहा है: आप
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि “संविधान कहता है कि लोगों को समान अधिकार प्रदान करें, यह कहता है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। राहुल गांधी ने यही तो कहा है। सुप्रीम कोर्ट हर रोज जांच एजेंसियों पर सवाल उठा रहा है लेकिन सुधार कहां हो रहा है। ऐसा नहीं हो रहा है क्योंकि सत्तारूढ़ दल एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्षी दलों के नेताओं पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है।”

हमें अपने देश, धर्म, संस्कृति को आरएसएस से बचाना है: पवन खेड़ा
राहुल गांधी को लेकर आरएसएस और बीजेपी नेताओं की आलोचना पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा- “जो कोई बुद्धिमान है वह आरएसएस को समझने में अपना समय क्यों बर्बाद करेगा? समझने के लिए इसमें क्या है? उनके 100 साल का इतिहास देखें। यह खोखला है। उन्होंने देश के खिलाफ काम किया है। अंग्रेजों के साथ मिलकर देश के खिलाफ साजिश रची है।

कोई भी उस संगठन को जानने या समझने में अपना समय बर्बाद नहीं करेगा जिसमें खुद को रजिस्टर्ड कराने का साहस नहीं है, जो नहीं करता है अपना सदस्यता रजिस्टर सार्वजनिक नहीं करता। जो अपने खाते सार्वजनिक नहीं करता। वे देश, धर्म, संस्कृति के स्वयंभू ‘ठेकेदार’ बने फिरते हैं और हमारी चिंता यही है कि हमें अपने देश, धर्म, संस्कृति को आरएसएस से बचाना है।”

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