ISCPress

गहलोत द्वारा पायलट के समर्थन पर बीजेपी का पलटवार

गहलोत द्वारा पायलट के समर्थन पर बीजेपी का पलटवार

13 अगस्त को अमित मालवीय की ओर से दिवंगत पूर्व मंत्री और भारतीय वायुसेना के पायलट रहे राजेश पायलट को लेकर ट्विटर पोस्ट पर एक पोस्ट की गई थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने परोक्ष रूप से इसी मुद्दे पर बीजेपी पर निशना साधते हुए ट्वीट किया, ”कांग्रेस नेता श्री राजेश पायलट भारतीय वायुसेना के वीर पायलट थे। उनका अपमान करके भाजपा भारतीय वायुसेना के बलिदान का अपमान कर रही है। इसकी पूरे देश को निंदा करनी चाहिए।

अमित मालवीय ने 13 अगस्त को अपने ट्वीट में लिखा था, ”राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिजोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। स्पष्ट है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एक दस्तावेज की कॉपी ट्वीट करते हुए पलटवार में कहा था, ”स्व. श्री राजेश पायलट जी दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिजोरम में बमबारी की थी- काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हां, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थायी शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं, जय हिन्द।

बीजेपी नेता अमित मालवीय और कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीच सोशल मीडिया पर हुई बहस में बुधवार (16 अगस्त) को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शामिल हो गए। इस पर बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने गुरुवार (17 अगस्त) को यह कहते हुए गहलोत को घेरा कि अगर आप राजेश पायलट के प्रति श्रद्धा का भाव रखते तो उनके बेटे सचिन पायलट को बेइज्जत करके बर्खास्त न करते।

गुरुवार को अमित मालवीय ने अशोक गहलोत को घेरते हुए ट्वीट किया, ”चलिए, आपको राजेश पायलट जी के सम्मान की चिंता तो हुई! लेकिन अगर आप सच में उनके प्रति श्रद्धा का भाव रखते तो उनके बेटे सचिन पायलट को अपने मंत्रिमंडल से बेइज्जत करके बर्खास्त नहीं करते और सार्वजनिक रूप से उनके लिए अमर्यादित निकम्मा-नकारा-कोरोना-गद्दार जैसे शब्दों का भी इस्तेमाल नहीं करते।

Exit mobile version