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बिहार: मुजफ्फरपुर में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने से इनकार करने पर मुस्लिम युवक के साथ मारपीट 

बिहार: मुजफ्फरपुर में ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने से इनकार करने पर मुस्लिम युवक के साथ मारपीट 

बिहार: मुजफ्फरपुर जिले में एक बार फिर से धार्मिक उन्माद और असहिष्णुता का नंगा नाच देखने को मिला, जहां एक मुस्लिम युवक को ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने से इनकार करने पर बेरहमी से पीटा गया। यह घटना मीनापुर थाना क्षेत्र के मीनापुर बाजार इलाके की है, जहां पांच से छह युवकों के एक समूह ने मुस्लिम नाबालिग लड़के रेहान पर उस समय हमला किया जब वह महाशिवरात्रि के दिन क्रिकेट मैच खेलकर अपने घर लौट रहा था।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक वीडियो क्लिप में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि हमलावर लड़के रेहान को घेर कर उससे ‘जय श्री राम‘ का नारा लगाने की मांग कर रहे हैं। जब रेहान ने इस नारे को लगाने से इनकार कर दिया, तो उनमें से एक लड़के ने उसका गला दबाना शुरू कर दिया। इस दौरान बाकी लड़के रेहान को मारने-पीटने लगे और उसे शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया।

पीड़ित के पिता ने इस अमानवीय कृत्य की शिकायत मीनापुर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी और घटना में शामिल तीन आरोपियों – सन्त कुमार, चंदन और गोलू – को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि घटना महाशिवरात्रि के दिन हुई थी, जब रेहान क्रिकेट खेलकर घर लौट रहा था। उसी दौरान पांच-छह लड़कों का एक समूह, जिनमें सन्त, चंदन, और गोलू शामिल थे, ने रेहान को घेर लिया और उसे ‘जय श्री राम’ का नारा लगाने के लिए मजबूर किया।

इस मामले की जांच में जुटे एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एएसपी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि इस घटना की वीडियो क्लिप मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। वीडियो में स्पष्ट तौर पर दिख रहे आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है, और स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं समाज में नफरत और असहिष्णुता को बढ़ावा देती हैं और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है और उन्हें जल्द ही न्याय के कठघरे में खड़ा करने की बात कही है।

यह घटना न केवल मुजफ्फरपुर, बल्कि पूरे बिहार और देश के लिए एक चिंता का विषय है, जहां धार्मिक उन्माद के चलते इस प्रकार की हिंसात्मक घटनाएं हो रही हैं। इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारा समाज सही दिशा में जा रहा है, या फिर हम नफरत और असहिष्णुता की आग में जल रहे हैं?

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