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बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट उन्हीं कंपनियों को मिलते हैं, जो बीजेपी को चंदा देते हैं: राहुल गांधी

बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट उन्हीं कंपनियों को मिलते हैं, जो बीजेपी को चंदा देते हैं: राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा शनिवार (16 मार्च) को महाराष्ट्र के ठाणे पहुंची। यहां राहुल गांधी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा- इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए हिंदुस्तान में हफ्ता वसूली चल रही है। कोई भी कुछ बोलता है तो ED, CBI, IT उन्हें डराने पहुंच जाती है।

उन्होंने आरोप लगाया कि,मोदी सरकार कंपनी के पीछे ईडी, सीबीआई और आईटी लगा देती है। उसके 2-3 महीने बाद वह कंपनी जैसे ही बीजेपी को चंदा देती है, जांच एजेंसियां हट जाती हैं। बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट उन्हीं कंपनियों को मिलते हैं, जो बीजेपी को चंदा देते हैं। पहले कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है, फिर उसका सीधा फायदा मोदी जी की पार्टी को दिया जाता है।

राहुल गांधी ने कहा कि अडानी को रेलवे, सड़क, सुरक्षा और बिजली, इन सभी सेक्टर से पैसा मिलता है। अडानी का मतलब नरेंद्र मोदी ही है। दोनों एक ही हैं। आप इन्हें ‘मोडानी’ भी कह सकते हैं।

इसके अलावा राहुल ने कहा कि PM मोदी बोलते थे कि उन्हें देश से भ्रष्टाचार मिटाना है। फिर उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड का पूरा ढांचा तैयार क्यों किया। हिंदुस्तान में कोरोना से करीब 50 लाख लोगों की जान गई। एक तरफ लोगों की जान जा रही थी, दूसरी तरफ वैक्सीन वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट नरेंद्र मोदी को पैसा दे रही थी।

राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में कोरोना से करीब 50 लाख लोगों की जान गई।
एक तरफ लोगों की जान जा रही थी, दूसरी तरफ वैक्सीन वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट नरेंद्र मोदी की पार्टी को पैसा दे रही थी। हिंदुस्तान में हफ्ता वसूली चल रही है। कोई भी भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ कुछ बोलता है तो ईडी , सीबीआई और आईटी को उन्हें डराने के लिए भेज दिया जाता है।

राहुल गांधी ने इलेक्टोरल बॉन्ड स्कीम में भ्रष्टाचार के 4 तरीके बताए 

1. मोदी सरकार कंपनियों के पीछे ED, CBI, IT लगा देती है। उसके 2-3 महीने बाद वह कंपनी जैसे ही BJP को
चंदा देती है, जांच एजेंसियां हट जाती हैं।
2. बड़े-बड़े कॉन्ट्रैक्ट उन्हीं कंपनियों को मिलते हैं, जो BJP को चंदा देते हैं।
3. पहले कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट दिया जाता है, फिर उसका सीधा फायदा मोदी जी की पार्टी को दिया जाता है।
4. शेल कंपनियों के जरिए BJP का अपना ही पैसा BJP के हवाले हो जाता है।

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