‘भारत पोल” से अंतरराष्ट्रीय जांच में नए युग की शुरुआत: शाह

‘भारत पोल” से अंतरराष्ट्रीय जांच में नए युग की शुरुआत: शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि भारत में ‘भारत पोल’ के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय जांच के मामले में एक नए युग की शुरुआत हो रही है। यह पोल और तीन नए आपराधिक कानून विदेशों में भागे हुए अपराधियों को पकड़ने के लिए एक मजबूत माध्यम बन जाएंगे। अमित शाह ने आज यहां केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा विकसित ‘भारत पोल’ का शुभारंभ किया।

उन्होंने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के 35 पुरस्कार विजेता अधिकारियों को पुलिस मेडल भी प्रदान किए, जिन्हें उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति का पुलिस मेडल और जांच में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए केंद्रीय गृहमंत्री का मेडल दिया गया है। इस अवसर पर केंद्रीय गृह सचिव और सीबीआई निदेशक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि इस पोल के शुभारंभ के साथ ही भारत अंतरराष्ट्रीय जांच के मामले में एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत पोल के माध्यम से भारत की हर एजेंसी और पुलिस बल बहुत आसानी से इंटरपोल के साथ संपर्क स्थापित कर सकेगी और जांच को तेज कर सकेगी। गृहमंत्री शाह ने कहा कि सरकार की नीतियों ने ‘वैज्ञानिक रोडमैप’ और समयबद्ध कार्यक्रम के तहत भारत के ‘क्षेत्रीय नेता’ से ‘वैश्विक नेता’ तक के सफर को आकार दिया है और हम इस रास्ते पर आगे बढ़े हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि भारत पोल के पांच बड़े मॉड्यूल के माध्यम से कानून लागू करने वाली सभी एजेंसियों को उनकी मदद के लिए एक तकनीकी प्लेटफॉर्म मिला है। उन्होंने कहा कि कनेक्ट मॉड्यूल के माध्यम से कानून लागू करने वाले सभी संस्थान अब एक तरह से इंटरपोल का राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि इससे इंटरपोल नोटिस के लिए आवेदनों की त्वरित, सुरक्षित और व्यवस्थित डिलीवरी भी सुनिश्चित की जाएगी, जिससे हम भारत और दुनिया भर में अपराधियों की तेजी से ट्रैकिंग के लिए एक वैज्ञानिक प्रणाली विकसित कर सकेंगे।

शाह ने कहा कि 195 देशों के इंटरपोल के माध्यम से विदेशों में जांच के लिए अंतरराष्ट्रीय सहायता देना और लेना बहुत आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि 195 देशों से सहायता की अनुरोध हमें ब्रॉडकास्ट मॉड्यूल के माध्यम से तुरंत उपलब्ध होंगे और संसाधनों के माध्यम से हम दस्तावेजों को प्राप्त करने और भेजने तथा क्षमता बढ़ाने के लिए एक प्रणाली विकसित कर सकेंगे।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि तीन नए आपराधिक कानूनों की मदद से न्यायिक आदेश के साथ न्यायिक प्रक्रिया को सुनिश्चित करते हुए फरार अपराधियों के खिलाफ उनकी अनुपस्थिति में मुकदमा चलाना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इन अपराधियों को भारतीय अदालतों से सजा मिलने के बाद उन्हें विदेशों से भारत लाना आसान हो जाएगा।

अमित शाह ने कहा कि इस नए प्रावधान और भारत पोल के माध्यम से हमारी कानून लागू करने वाली एजेंसियों के लिए दुनिया के किसी भी कोने में छिपे अपराधियों को भारतीय न्याय प्रणाली के तहत न्याय के कटघरे में लाना बहुत आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए सीबीआई को भारत पोर्टल शुरू करने के साथ-साथ इसकी ट्रेनिंग को निचले स्तर तक ले जाने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

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