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एमएसपी की क़ानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान संगठनों का भारत बंद आज

एमएसपी की क़ानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसान संगठनों का भारत बंद आज

MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी समेत कई मांगों को लेकर हजारों किसान एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं।  मंगलवार से जारी किसान आंदोलन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा समेत कई किसान यूनियनों ने आज यानी शुक्रवार 16 फरवरी को ग्रामीण भारत बंद का आव्हान किया है।

किसान संगठनों ने केंद्र सरकार पर अपनी मांगों को लेकर दवाब बनाने के लिए आज भारत बंद बुलाया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी समान विचारधारा वाले किसान संगठनों से एकजुट होने और केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाए गए 16 फरवरी के ग्रामीण भारत बंद में भाग लेने का आग्रह किया है।

किसान संगठनों ने अपने इस बंद को ग्रामीण भारत बंद का नाम दिया है, लेकिन माना जा रहा है कि इसका असर शहरी क्षेत्रों में भी देखने को मिलेगा। किसानों ने इस बंद के दौरान कई घंटे तक हाइवे और एक्सप्रेसवे बंद रखने का ऐलान किया है।

राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान आज कई सरकारी ऑफिस और प्राइवेट ऑफिस बंद रह सकते हैं। इसके अलावा आज परिवहन, कृषि गतिविधियां, महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) ग्रामीण कार्य, गांव की दुकानें, निजी कार्यालय, ग्रामीण औद्योगिक और सेवा क्षेत्र के संस्थान बंद रहने की संभावना है।

किसानों की क्या हैं मांग?
किसान अपनी उपज के लिए एमएसपी की गारंटी देने वाले कानून की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा की सड़कों पर उतरे हुए हैं। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत भी लिखा है। जिसमें कहा गया है कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, खरीद की कानूनी गारंटी, कर्ज माफी, बिजली में कोई बढ़ोतरी नहीं करने की मांग की गई है।

इसके अलावा किसानों ने घरेलू उपयोग और दुकानों, खेती के लिए 300 यूनिट मुफ्त बिजली की भी मांग की है। व्यापक फसल बीमा और पेंशन में 10000 रुपए प्रतिमाह की बढ़ोतरी की भी मांग की है। वहीं, दूसरी ओर किसानों का ये भी कहना है कि सरकार द्वारा हमसे जो वादे किए गए थे उन्हें वो पूरा नहीं कर रही है इसलिए मजबूर होकर हमें ये आंदोलन करना पड़ रहा है।

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